आर एस राणा
नई दिल्ली। मलेशियाई पाम तेल में पिछले दिनों की एकतरफा तेजी के बाद भाव नरमी दर्ज की गई। सोया तेल में मांग कमजोर होने के कारण पॉम तेल कीमतों पर दबाव बना रहा, जिससे घरेलू बाजार में भी नरमी देखी गई।
बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव पर क्रूड पाम तेल का अक्टूबर वायदा 20 रिंगिट यानि 0.72 फीसदी की गिरावट के साथ 2,748 रिंगिट प्रति टन पर कारोबार कर रहा है जबकि कल इसमें 2.82 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, जोकि 10 फरवरी के बाद का ऊपरी स्तर था। जानकारों के अनुसार ब्राजील और अमेरिका में सोयाबीन का उत्पादन अनुमान ज्यादा होने की संभावना के कारण दुनिया के कुछ बड़े फंडों ने सोयाबीन और सोया तेल में अपनी पोजिशन कम की है। इसी वजह से विश्व बाजार में सोया तेल की कीमतों पर दबाव बना है।
ब्राजील में आगामी फसल सीजन के दौरान 13.26 करोड़ टन सोयाबीन की रिकॉर्ड पैदावार होने की उम्मीद है। वहीं भारत में भी सोयाबीन समेत तिलहनों की बुआई में हुई बढ़ोतरी से उत्पादन अनुमान ज्यादा है, हालांकि घरेलू बाजार में त्यौहारी साीजन चल रहा है, जिस कारण आगे खाद्य तेलों की मांग में सुधार तो आयेगा, लेकिन सामाजिक समारोह एवं शादियों में लोगों के शामिल होने की पाबंदी के कारण मांग सामान्य से कम ही रहेगी।
डलियन एक्सचेंज पर सोया तेल में 1.52 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार हुआ। वहीं पाम तेल का दाम 0.14 फीसदी नरम रहा, जबकि शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड, शिबॉट पर सोया तेल का दाम 0.39 फीसदी घट गया है। घरेलू बाजार में एनसीडीईएक्स पर पर सोया तेल सितंबर वायदा में दोपहर 2.57 बजे के आसपास 0.96 फीसदी गिरावट दर्ज की गई, जबकि अगस्त वायदा में एक फीसदी की गिरावट आई है। ............... आर एस राणा
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