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01 अगस्त 2020

खरीफ फसलों की​ बुआई 14 फीसदी बढ़ी, दलहन के साथ तिलहन का रकबा ज्यादा बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में फसलों की बुआई 14 फीसदी बढ़कर 882.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 774.38 लाख हेक्टेयर में इनकी बुआई हुई थी। कृषि मंत्रालय के अनुसार मूंगफली, मूंग, उड़द के साथ ही धान और कपास के रकबे में बढ़ोतरी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार चालू मानसून सीजन में सामान्य बारिश हुई है। पहली जून से 31 जुलाई तक सामान्यत: 453.3 मिलीमीटर बारिश होती है तथा चालू सीजन में 452.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई पिछले साल से करीब 19 फीसदी बढ़कर 266.60 लाख हेक्टेयर में पहुंच गई है, पिछले साल इस अवधि में 223.96 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो सकी थी। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में धान के रकबे में बढ़ोतरी हुई है।
दालों की बुआई पिछले साल से ज्यादा
खरीफ दलहन के रकबे में 19.26 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। देश में 31 जुलाई तक 111.91 लाख हेक्टेयर में दलहन की बुआई हुई है, जबकि पिछले साल इस अवधि में 93.84 लाख हेक्टेयर दलहन की बुआई हुई थी। इस दौरान मूंग की खेती 37.42 फीसदी बढ़कर 29.57 लाख हेक्टेयर में हो गई है। जबकि पिछले साल इस अवधि में 21.52 लाख हेक्टेयर में मूंग की बुआई हुई थी। वहीं उड़द की खेती पिछले साल से 20.77 फीसदी बढ़कर 33.38 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि अरहर की बुआई पिछले साल से 7.97 फीसदी बढ़कर 40.05 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
मूंग और सोयाबीन की बुआई में भी हुई बढ़ोतरी
मूंगफली और सोयाबीन की बुआई चालू खरीफ में बढ़ी हैं। देश में 31 जुलाई तक 175.34 लाख हेक्टेयर में खरीफ तिलहन की बुआई हुई है, जबकि पिछले साल इस अवधि में 150.12 लाख हेक्टेयर में इनकी बुआई थी। इसमें सबसे ज्यादा 48.84 फीसदी बढ़ोतरी मूंगफली की बुआई में हुई है। गुजरात और राजस्थान के किसानों का रुझान बढ़ने से देश में मूंगफली की खेती 45.45 लाख हेक्टेयर के स्तर पर चली गई है। जबकि पिछले साल इस अवधि में 30.53 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुआई हो सकी थी। इस साल इसका रकबा सामान्य से भी आगे निकल चुका है। आमतौर पर देश में 41.41 लाख हेक्टेयर में मूंगफली की बुआई होती रही है। सोयाबीन की खेती पिछले साल से 8.35 फीसदी बढ़कर 116.62 लाख हेक्टेयर में हो गई है। जबकि देश में इसका सामान्य रकबा 110.32 लाख हेक्टेयर का रहा है। इस दौरान सूरजमुखी और तिल की खेती में भी 4-9 फीसदी वृद्धि हुई है।
मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल से ज्यादा
बाजरा, ज्वार और मक्के की खेती बढ़ने से मोटे अनाजों की बोआई भी पिछले साल की समान अवधि से 6.52 फीसदी बढ़कर 148.34 लाख हेक्टेयर में हुई है। जिसमें बाजरे का रकबा 12.29 फीसदी बढ़कर 54.74 लाख हेक्टेयर और मक्के की खेती 2.36 फीसदी बढ़कर 74.30 लाक हेक्टेयर में हुई है। वहीं ज्वार की बोआई 31.78 फीसदी 3.31 लाख हेक्टेयर में हुई है। कपास की बुआई भी पिछले साल के मुकाबले 11.29 फीसदी आगे चल रही है। गुजरात में बुआई गिरने के बावजूद 31 जुलाई तक पूरे देश में 121.25 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई हो चुकी है। जबकि पिछले साल इस अवधि में 108.95 लाख हेक्टेयर में ही इसकी बुआई हो सकी थी। महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में इसकी बुआई काफी आगे चल रही है। देश में इस साल गन्ने की खेती में भी 1.13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 31 जुलाई तक देश में 51.78 लाख हेक्टेयर में गन्ने की बुआई हुई है। जबकि पिछले साल यहां 51.20 लाख हेक्टेयर में इसकी बुआई हो सकी थी। ................... आर एस राणा

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