आर एस राणा
नई दिल्ली। भारत के प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में सोयाबीन की फसल को नुकसान की खबरों के बीच मलेशिया में पाम तेल वायदा करीब एक फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। हालांकि दिन कारोबार करते इसमें तेज उतार चढ़ाव देखने को मिला।
बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव पर क्रूड पाम तेल का नवंबर वायदा महज 30 रिंगिट या 1.1 फीसदी की बढ़त के साथ 2,645 रिंगिट प्रति टन पर कारोबार किया। दिन के कारोबार में इसका भाव 2,614 रिंगिट तक गिर गया था जबकि कल ये एक महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ था। कार्गो सर्वेयर्स एजेंसियों मे 1-25 अगस्त के दौरान मलेशिया के पाम तेल निर्यात में करीब 14.3-16.2 फीसदी गिरावट का अनुमान है।
व्यापारियों के अनुसार मध्य प्रदेश में सोयाबीन की फसल को नुकसान की आशंका के बीच पाम तेल की कीमतों को सपोर्ट मिला है। वहीं विश्व बाजार में सोया तेल की कीमतों में तेजी से भी पाम तेल को सहारा मिला है। हालांकि पाम तेल के जानकार थॉमस मिल्के ने आगे इसकी कीमतों में गिरावट की आशंका जताई है। मिल्के के मुताबिक जुलाई से दिसंबर के दौरान मलेशिया में पाम तेल का उत्पादन बढ़ सकता है। वहीं सोया तेल के मुकाबले इसका स्प्रेड काफी कम रह गया है। ऐसे में इसकी मांग पर असर पड़ने से कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है। उन्होंने आने वाले दिनों में 2,400-2,600 रिंगिट के दायरे में रहने की उम्मीद जताई है। ..... आर एस राणा
26 अगस्त 2020
मलेशिया में पॉम तेल बढत पर हुआ बंद, घरेलू बाजार में भाव बढ़े
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