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27 अगस्त 2020

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 49 फीसदी घटा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2020-21 की ​पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में 49.13 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 59,775 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1,16,005 टन का निर्यात हुआ था।
एपीडा के अनुसार अप्रैल और मई के मुकाबले ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में सुधार तो आया है लेकिन कुल निर्यात अभी सामान्य की तुलना में कम हो रहा है। जून महीने में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 31,189 टन का हुआ है जबकि पिछले साल जून में इनका निर्यात 32,127 टन का हुआ था। चालू वित्त वर्ष 2020-21 के अप्रैल, मई में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात केवल 28,586 टन का ही हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात मूल्य के हिसाब से 499 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इनका निर्यात 985 करोड़ रुपये का हुआ था। चालू फसल सीजन में बुआई में कमी बताकर स्टॉकिस्ट भाव तेज करना चाहते हैं, लेकिन एक तो बकाया स्टॉक ज्यादा है, दूसरा ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग भी कमजोर है। इसलिए इसके मौजूदा भाव में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।
प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में चालू सीजन में ग्वार सीड की बुआई 23.84 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 27.52 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी। सामान्यत: राजस्थान में ग्वार सीड की बुआई 30 लाख हेक्टेयर में होती है। उधर गुजरात में चालू खरीफ में ग्वार सीड की बुआई बढ़कर 1.23 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 1.12 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। गुजरात में ग्वार सीड की बुआई 1.60 लाख हेक्टेयर में होती है। ................ आर एस राणा

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