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26 अगस्त 2020

एमपी में बारिश और वायरस अटैक से सोयाबीन को 10-12 फीसदी नुकसान की आशंका

आर एस राणा
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में भारी बारिश और वायरस से सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है, जिससे उत्पादन अनुमान में 10 से 12 फीसदी की कमी आने की आशंका है। महाराष्ट्र और राजस्थान में अभी तक फसल को नुकसान के समाचार नहीं है।

सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) द्वारा जारी पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार राज्य में 58.53 लाख टन होने का अनुमान था जिसमें अब की स्थिति के अनुसार 10 से 12 फीसदी का नुकसान हो सकता है। पिछले साल राज्य में 40.10 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था। सोपा के अनुसार राज्य के इंदौर, उज्जैन, देवास, महु, धार, झाबुआ, खंडवा, राजगढ़, रतलाम और शाजापुर जैसे इलाकों में नुकसान ज्यादा है। 

राज्य के कई जिलों में सोयाबीन की फसल पीली पड़ गई है 

मध्य प्रदेश में सोयाबीन की सबसे ज्यादा खेती मालवा में होता है, तथा यहां के कई ​इलाकों में सोयाबीन की फसल पीली पड़ गई है। इंदौर स्थिर भारतीय सोयाबीन शोध संस्थान के मुताबिक राज्य के कुछ इलाकों में सोयाबीन की फसल पर पीला मोजाइक वायरस के संक्रमण की सूचना मिली है। इसके संक्रमण से फसल के तनें को छेदकर कीड़े घुस जाते हैं और देखते ही देखते फसल सूखने लगती है। फिलहाल खंडवा और महु समेत कई जिलों के अधिकांश हिस्से में सोयाबीन की फसल पीली पड़ गई है तथा इसकी रोकथाम को लेकर प्रयास जारी है। इस वायरस का संक्रमण उन इलाकों में ज्यादा है, जहां पिछले हफ्ते तेज बारिश हुई है।

खेतों से ऐसे संक्रमित पौधों को उखाड़कर नष्ट कर देना ही महज इलाज 

मालवा के अलावा राज्य के बाकी हिस्सों में भी हालात चिंताजनक है। क्योंकि उन इलाकों में सोयाबीन की फसल पर फंफूदजनित एंथ्रेकनोज और राइजोक्टोनिया एरियल ब्लाईट नाम की बीमारी के भी लक्षण दिखे हैं। पत्तियां खाने वाली इल्लियां भी फसल पर हमलावर हैं। खंडवा, इंदौर, उज्जैन और महु के किसानों की शिकायत है कि हजारों रुपए खर्च करके कीटनाशकों का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन पीला मोजाइक वायरस से कोई राहत नहीं है। भारतीय सोयाबीन शोध संस्थान ने अपनी एडवायरी में कहा है कि जिन इलाकों में इस वायरस का प्रकोप है, वहां खेतों से ऐसे संक्रमित पौधों को उखाड़कर नष्ट कर देना ही महज इलाज है। कीटनाशकों का असर महज सफेद मक्खियों और इल्लियों पर ही दिख सकेगा।  

सोपा का उत्पादन अनुमान ज्यादा 

चालू खरीफ में देशभर में 118 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुआई हुई है तथा सोपा ने आरंभिक अनुमान में सोयाबीन का उत्पादन 31.58 फीसदी बढ़कर 122.47 लाख टन होने का अनुमान लगया था, जबकि पिछले साल उत्पादन 93.06 लाख टन का ही हुआ था। मध्य प्रदेश के कई जिलों में हाल ही में भारी बारिश हुई है, हालांकि पिछले दो दिनों से मौसम में सुधार हुआ है। .............आर एस राणा

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