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05 अक्तूबर 2012

कृषि में 4 और मैन्यूफैक्चरिंग में 10% विकास दर का लक्ष्य

केंद्र सरकार ने गुरुवार को 12वीं पंचवर्षीय योजना (2012-17) को मंजूरी दे दी।इस योजना के दौरान 8.2 फीसदी जीडीपी विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है, जो पहले 9 फीसदी रखी गई थी। वैश्विक आर्थिक सुधारों की गति धीमी होने के कारण विकास दर को संशोधित कर कम किया गया। 12वीं योजना के दौरान कृषि क्षेत्र में 4 फीसदी और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में 10 फीसदी विकास दर हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने बताया कि कैबिनेट ने 12वीं योजना के प्रारूप पर चर्चा की और उसे मंजूरी दे दी। योजना को प्रधानमंत्री की अगुवाई वाला योजना आयोग 15 सितंबर को ही मंजूरी दे चुका है। 12वीं योजना का यह दस्तावेज अब राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) के सामने अंतिम मंजूरी के लिए रखा जाएगा। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एनडीसी में केंद्र सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होते हैं। पंचवर्षीय योजना को अंतिम मंजूरी देने वाली यह शीर्ष संस्था है। मौजूदा वैश्विक आर्थिक संकट को देखते हुए 12वीं योजना के दौरान विकास दर का लक्ष्य 9' से घटाकर 8.2 फीसदी किया गया है। 11वीं पंचवर्षीय योजना (2007-12) के दौरान औसत विकास दर 7.9 फीसदी रही थी, जबकि लक्ष्य 9 फीसदी का रखा गया था। योजना का कुल आकार 47.7 लाख करोड़ रुपये रखा गया है जो 11वीं योजना के मुकाबले 135 फीसदी अधिक है। (Business Bhaskar)

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