09 अक्टूबर 2012
FDI से किसानों और उपभोक्ताओं को फायदा: पवार
कृषि मंत्री शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि बहुब्रांड खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश का स्वागत है और इससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा होगा.
पवार ने यहां आर्थिक सम्पादकों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों के लिए फसल की कटाई के बाद नुकसान घटेगा और उनकी उपज के लिए उन्हें बेहतर कीमत मिलेगी, जबकि उपभोक्ताओं को कम कीमत तथा बेहतर गुणवत्ता का लाभ मिलेगा.
मंत्री ने यह भी कहा कि बारिश में कमी के कारण अनाज का उत्पादन थोड़ा प्रभावित हुआ. पवार ने कहा, "कुल खाद्यान्न उत्पादन के औसत 11.886 करोड़ टन से 16.8 लाख टन कम रहने का अनुमान है. यह हालांकि औसत उत्पादन से सिर्फ 1.4 फीसदी कम है."
उन्होंने कहा कि अगस्त और सितम्बर में हुई व्यापक बारिश रबी फसल के लिए अच्छा है, क्योंकि मिट्टी में नमी बढ़ गई है. मंत्री ने कहा कि ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में औसत कृषि विकास दर 3.3 फीसदी थी, जो पहले से बेहतर है और 12वीं पंचवर्षीय योजना में इसे चार फीसदी तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है.
पवार ने कहा कि भारत दुनिया में कृषि उपज का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन चुका है. समुचित भंडारण सुविधा के अभाव में अनाजों की होने वाली बर्बादी के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार ने 750 रुपये खर्च के साथ गांवों में भंडार योजना नाम से एक नई योजना शुरू की है.
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को भी गोदाम बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसका खर्च भारतीय खाद्य निगम उठाएगी. योजना का अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. किसानों की आत्म हत्या के बारे में पवार ने कहा कि पिछले कुछ सालों में इसकी संख्या कम हुई है. (ABP News)
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