15 अक्तूबर 2012
सोयाबीन का उत्पादन बढ़कर 111 लाख टन संभव : यूएसडीए
इस साल देश में सोयाबीन का उत्पादन बढ़कर 111 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। नए सीजन की कटाई इसी महीने शुरू होने वाली है। उत्पादन का यह अनुमान अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने जारी किया है।
यूएसडीए का उत्पादन अनुमान उद्योग संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन (सोपा) के अनुमान से कम है। यूएसडीए ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि शुरुआती फील्ड सर्वे के अनुसार वर्ष 2012-13 के दौरान भारत में उत्पादन थोड़ा बढ़कर 111 लाख टन होने का अनुमान है। लेकिन उत्पादन पिछले अनुमान के मुकाबले 0.4 फीसदी कम रह सकता है।
वर्ष 2010-11 में यूएसडीए ने 110 लाख टन उत्पादन की संभावना जताई थी। उधर, सोपा ने चालू वर्ष 2012-13 में देश में 126.8 लाख टन सोयाबीन उत्पादन का अनुमान पेश किया है। जबकि केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने पहले अग्रिम अनुमान में 126.2 लाख टन उत्पादन की संभावना जताई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले सीजन में 122.8 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था। यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार इस साल सोयाबीन उत्पादन का रकबा बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इस साल देश में 107 लाख हैक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई हुई है। पिछले साल के मुकाबले रकबा करीब 3.67 लाख हैक्टेयर ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल सोयाबीन के ज्यादातर उत्पादक क्षेत्रों में लेट मानसून सक्रिय होने से मिट्टी में नमी दुबारा बढ़ गई। इस साल लेट बुवाई होने की वजह से पैदावार थोड़ी घट सकती है।
इससे कुल पैदावार थोड़ी प्रभावित होने का अनुमान है। पिछले साल बाजार में सोयाबीन के दाम ज्यादा रहने (पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 50 फीसदी ज्यादा) के कारण किसानों का रुझान सोयाबीन की बुवाई की ओर बढ़ गया। उद्योग के आंकड़ों के मुताबिक सोयाबीन के दाम इन दिनों बाजार में करीब 3,000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास है। जबकि पिछले साल इसके दाम इन दिनों 2,023 रुपये प्रति क्विंटल थे। (Business Bhaskar)
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