26 अक्तूबर 2012
सप्लाई बढऩे से गुड़ के मूल्य में गिरावट
थोक बाजार में सप्लाई तेज होने के कारण गुड़ की कीमतों में नरमी दर्ज की जा रही है। पिछले १५-२० दिन में गुड़ की थोक कीमतें करीब 20 रुपये गिरकर 1130-1135 रुपये प्रति मन (40 किलो) के स्तर पर आ गई हैं। कारोबारियों के मुताबिक त्योहारी सीजन में गुड़ की मांग बढऩे की संभावना से बाजारों में गुड़ की सप्लाई तेज हो गई। ऐसे में मांग से ज्यादा सप्लाई होने के कारण गुड़ के भाव में गिरावट दर्ज की जा रही है।
दिल्ली थोक बाजार में भी स्टॉकिस्टों व खुदरा कारोबारियों की ओर से मांग कमजोर होने व उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति ज्यादा होने के कारण भावों में गिरावट दर्ज की गई है। पिछले पंद्रह दिन में दिल्ली थोक बाजार में गुड़ की कीमतों में 300-700 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई है। गुड़ के थोक कारोबारी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए बाजार में गुड़ की सप्लाई तेज हो रही है, लेकिन मांग की तुलना में सप्लाई ज्यादा होने से कीमतें नीचे आ रही हैं।
दिल्ली थोक बाजार में इस दौरान गुड़ पेड़ी के भाव में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। गुड़ पेड़ी का भाव 3,700-3,750 रुपये से गिरकर 3,000-3,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसके अलावा गुड़ चाकू का भाव 3,250-3,300 रुपये से गिरकर 2,950-3,000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गया।
गुड़ ढैया के दाम भी 3,500-3,550 रुपये प्रति क्विंटल से कम होकर 3,200-3,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मुजफ्फरनगर मंडी में गुड़ के थोक कारोबारी जयप्रकाश ने बताया कि बीस दिन पहले उत्पादक क्षेत्रों से सीमित सप्लाई के कारण गुड़ के भाव में भारी तेजी देखने को मिली थी।
मुजफ्फरनगर मंडी में गुड़ का भाव 1,154 रुपये प्रति 40 किलो के स्तर पर पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि अक्टूबर महीने के शुरू में बाजारों में त्योहारी सीजन की मांग बढऩे के कारण भी बाजार में गुड़ के भावों में तेजी को बल मिल रहा था, लेकिन त्योहारों के नजदीक आने पर उत्पादक क्षेत्रों से गुड़ की सप्लाई में आई अचानक तेजी के कारण भावों में काफी गिरावट आई है। (Business Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें