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23 अक्टूबर 2012

त्योहारी मांग से खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी

वैश्विक स्तर पर खाद्य तेलों के भाव में मजबूती और घरेलू बाजार में भी त्योहारी सीजन की मांग से खाद्य तेल महंगे हो रहे हैं। खाद्य तेल कारोबारियों के मुताबिक पिछले पंद्रह दिन में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में 20 रुपये प्रति दस किलो (ढाई-तीन फीसदी) की तेजी दर्ज की गई है। कारोबारियों का अनुमान है कि खाद्य तेलों में वैश्विक तेजी व त्योहारी मांग से कीमतों में और मजबूती आने की संभावना है। इंडोनेशिया में क्रूड पाम तेल के निर्यात पर टैक्स में कटौती से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम तेलों की कीमतों में मजबूती दर्ज की जा रही है। इसका असर घरेलू बाजार में भी खाद्य तेलों की कीमतों पर पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि क्रशिंग प्लांटों की ओर से सोयाबीन की सक्रिय खरीद शुरू होने व इसकी आपूर्ति कम होने की वजह से सोया तेल की भी कीमतों में मजबूती का रुख दर्ज किया जा रहा है। इससे भी खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी को बल मिल रहा है। खाद्य तेलों के थोक कारोबारी हेमंत गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में मजबूती के साथ घरेलू बाजार में त्योहारी सीजन की मांग निकलने से कीमतों में 20 रुपये प्रति दस किलो की तेजी दर्ज की गई है। आगामी दिनों में दीवाली के आसपास कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। दिल्ली थोक बाजार में पिछले पंद्रह दिन में सोया तेल के दाम 20 रुपये बढ़कर 640-700 रुपये प्रति दस किलो हो गए हैं। इसके अलावा सरसों तेल (कच्ची घानी) का भाव 860-900 रुपये प्रति दस किलो और सरसों तेल (पक्की घानी) का भाव 910-960 रुपये प्रति दस किलो चल रहा है। खारी बावली स्थित खाद्य तेलों के व्यापारी अतर सिंह का कहना है कि त्योहारी मांग निकलने से तेलों के मूल्य में मजबूती दर्ज की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के कारण खाद्य तेलों में तेजी को समर्थन मिल रहा है। ऐसे में त्योहारी सीजन के दौरान कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। (Business Bhaskar)

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