31 अक्टूबर 2012
अमूल का निर्यात 66 फीसदी बढऩे की संभावना
चालू वित्त वर्ष 2012-13 में अमूल के दूध उत्पादों के निर्यात में 66.6 फीसदी बढ़कर होकर कुल निर्यात 125 करोड़ रुपये का होने का अनुमान है। नए विस्तार के तहत अमूल हरियाणा के मानेसर और धारुहेड़ा के बाद रोहतक में भी 150 करोड़ रुपये का निवेश कर 10 लाख लीटर प्रति दिन क्षमता की दूध डेयरी खोलने जा रही है।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू वित्त वर्ष में अमूल ब्रांड के दूध उत्पादों के निर्यात में 66.6 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 125 करोड़ रुपये का होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2011-12 में अमूल के दूध उत्पादों का कुल निर्यात 75 करोड़ रुपये का हुआ था।
उन्होंने बताया कि नए विस्तार के तहत अमूल हरियाणा के रोहतक जिले में 150 करोड़ रुपये का निवेश कर दूध डेयरी खोलेगी, जिसकी पैकेजिंग क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन की होगी। इसका निर्माण अक्टूबर 2013 तक पूरा होने की उम्मीद है। रोहतक में अमूल की सहयोगी सहकारी संस्था साबरकांठा जिला कोऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लिमिटेड, हिम्मतनगर दूध प्लांट लगाएगी। इसके अलावा, मुंबई और कोलकाता में भी नए प्लांट लगाने की योजना है।
दिल्ली और एनसीआर में दूध की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अमूल ने हाल ही में धारुहेड़ा में 450 करोड़ रुपये का निवेश कर 30 लाख लीटर प्रतिदिन क्षमता की देश की सबसे बड़ी दूध डेयरी खोली है। इसके अलावा, अमूल का एक प्लांट मानेसर में भी है जिसकी दैनिक पैकेजिंग क्षमता 10 लाख लीटर की है।
उन्होंने बताया कि अमूल इस समय दिल्ली और एनसीआर में दैनिक 24 लाख लीटर दूध की सप्लाई करता है तथा वर्ष 2013 तक अमूल की कुल पैकेजिंग क्षमता 50 लाख लीटर प्रतिदिन हो जाएगी। नवंबर-दिसंबर महीने में दूध की आपूर्ति बढऩे की संभावना है तथा मार्च 2013 तक दूध की मौजूदा कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है।
जीसीएमएमएफ का वार्षिक टर्नओवर 11,700 करोड़ रुपये का है तथा फेडरेशन में 17 जिला स्तरीय यूनियन हैं जिनसे 16,200 ग्रामीण डेयरी सहकारी सोसायटियां जुड़ी हुई है। इनसे 32 लाख किसान जुड़े हैं। (Business Bhaskar)
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