05 अक्टूबर 2012
कोपरा की सरकारी खरीद में भारी बढ़त
कोपरा की कीमतों में आई भारी गिरावट के कारण नेफेड न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इसकी जोरदार खरीद कर रहा है। चालू वर्ष 2012 में अभी तक नेफेड 245 करोड़ रुपये मूल्य के कोपरा की खरीद कर चुका है। नेफेड ने और ज्यादा खरीद के लिए सरकार से आवंटन बढ़ाने की मांग की है।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वर्ष 2012 में कोपरा की खरीद के लिए नेफेड को 245 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था। चालू वर्ष में कोपरा की कीमतों में भारी गिरावट आई, जिसके कारण नेफेड को एमएसपी पर ज्यादा खरीद करनी पड़ रही है। यही कारण है कि आवंटित की गई कुल राशि 245 करोड़ रुपये मूल्य के कोपरा की खरीद की जा चुकी है।
एमएसपी पर और ज्यादा कोपरा खरीदने के लिए नेफेड ने आवंटन बढ़ाने की मांग की है। वर्ष 2012 के लिए सरकार ने मिलिंग और बाल कोपरा के एमएसपी में क्रमश: 12.71 और 12.04 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। चालू वर्ष के लिए मिलिंग कोपरा का एमएसपी बढ़ाकर 5,100 रुपये और बाल कोपरा का 5,350 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। जबकि वर्ष 2011 में मिलिंग कोपरा का एमएसपी 4,525 रुपये और बाल कोपरा का 4,775 रुपये प्रति क्विंटल था।
कोचीन ऑयल मर्चेंट एसोसिएशन (कोमा) के अध्यक्ष प्रकाश बी. राव ने बताया कि प्रमुख कोपरा उत्पादक राज्यों केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कोपरा के दाम एमएसपी से काफी नीचे आ गए हैं इसलिए नेफेड को ज्यादा खरीद करनी पड़ रही है। केरल में कोपरा के दाम घटकर 3,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि पिछले सप्ताह इसका भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल था। इस दौरान तमिलनाडु में इसका भाव 3,800 रुपये से घटकर 3,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गया हैं।
(Business Bhaskar....R S Rana)
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