04 मार्च 2010
रबी की फसल बढ़ाएगी थाली का जायका
नई दिल्ली।। महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कोई और कुछ करे या ना करे, रबी की फसल इसमें बड़ा रोल निभाने वाली है। इस बार रबी की फसल अच्छी होने का अनुमान है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर फसल कटने तक मौसम अचानक से नहीं बिगड़ा तो फसल अनुमान से ज्यादा भी हो सकती है। कृषि मंत्रालय से जारी सेकंड अडवांस एस्टिमेट के मुताबिक 2009-10 के लिए खाद्यान्न उत्पादन 11 करोड़, 70 लाख टन होगा। यह फसल मार्केट में मार्च के बीच तक आनी शुरू हो जाएगी। खराब मॉनसून की वजह से खरीफ की फसल को 7 पर्सेंट से ज्यादा का नुकसान हुआ और यह 9 करोड़ 98 लाख टन के आसपास थी। इससे पहले सिर्फ 2002-03 में रबी की फसल का उत्पादन खरीफ की फसल से ज्यादा हुआ था। कृषि राज्य मंत्री के. वी. थॉमस का कहना है कि ये अनुमान अच्छी उम्मीद लेकर आए हैं। रबी की अच्छी फसल से सरकार को महंगाई पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। इस साल 8 करोड़ 28 लाख टन गेहूं उत्पादन की उम्मीद है जो पिछले बार 8 करोड़ 68 लाख टन से थोड़ा ही कम है, लेकिन खरीफ की फसल में हुए नुकसान को देखते हुए गेहूं में उम्मीद कम ही थी। ज्वार पिछले बार के 42 लाख टन के मुकाबले इस बार 42.6 लाख टन होने का अनुमान है। मक्का का उत्पादन भी बढ़कर56.4 लाख टन होगा। महंगाई की मार झेल रहे लोगों की खाने की थाली में जहां दाल भारी पड़ रही थी वहां ये अनुमान राहत देने वाले हैं। दालों का उत्पादन इस बार 1 करोड़ 53 लाख टन होने की उम्मीद है और यह पहली बार होगा जब यह 1 करोड़ टन का आंकड़ा पार करेगा। यह चने की बंपर फसल की वजह से होगा जो इस बार 74.6 लाख टन होने का अनुमान है। पिछली बार यह 70.6 लाख टन था। उड़द पिछली बार की ही तरह 3.3 लाख और मूंग 2.6 लाख टन होने की उम्मीद है। तिलहन में 1.13 करोड़ टन के उत्पादन का अनुमान है। पूसा इंस्टीट्यूट में कृषि वैज्ञानिक डॉ. जे.पी.एस. डबास कहते हैं खरीफ की फसल में चावल और मोटे अनाज का नुकसान हुआ था पर रबी की फसल में गेहूं, सरसों, चना शामिल हैं और इसलिए अच्छी फसल सबको राहत दिलाएगी। गेहूं के बहुत अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। अगर अब अचानक से गर्मी नहीं आती है तो गेहूं अनुमान से भी ज्यादा हो सकता है। अगर मौसम अचानक बदला तो गेहूं की फसल को कुछ नुकसान हो सकता है। लेकिन चना इससे प्रभावित नहीं होगा। दक्षिण और मध्य भारत में तो यह फसल तैयार भी हो गई है। हालांकि कृषि वैज्ञानिक देवेंद्र शर्मा कहते हैं कि रबी की फसल से खरीफ की फसल में हुआ लॉस पूरा नहीं होगा। सरकार को महंगाई पर लगाम लगाने के और प्रयास करने होंगे। (ई टी हिंदी)
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