13 अक्टूबर 2008
अंतरराष्ट्रीय मंदी से इंगट व स्क्रैप में भारी गिरावट
पिछले पांच दिन से इंगट और स्क्रैप की कीमतों में करीब 2000 रुपए की गिरावट आ चुकी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही लगातार मंदी के चलते अब स्थानीय व्यपारियों को आशंका है कि अभी लोहे की कीमतों में गिरावट का दौर जारी रहेगा। इसलिए अभी खरीदारीं करने से गुरज किया जा रहा है। लोहे की मार्केट में 15 से 20 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की जा रही है। इंगट की कीमत बुधवार को 33000 रुपए पर आ टिकी रहीं। पिछले सप्ताह के अंतिम दिनों में इंगट 35200 था। इंगट की कीमतों में कमी आने का मुख्य कारण उद्यमी अंतरराष्ट्रीय मंदी मानते हैं। आयरन ट्रेडिंग से जुड़े कैरों स्टील के मालिक गुरप्रीत सिंह के मुताबिक स्क्रैप की कीमतों में कमी आने के चलते ही इंगट की कीमतों में कमी आई है। उनका संपर्क अमेरिकन व्यपारियों के साथ लगातार हो रहा है। संभावना है कि नवंबर माह तक आयरन की कीमतों में अभी 2000 रुपए तक की मंदी आएगी। वहीं मार्केट भी पूरी तरह मंदी के दौर से गुजर रहा है। इसके चलते उन्होंने फिलहाल नए आर्डर देने से भी गुरज कर दिया है। नेशनल आयरन एंड स्टील फर्नेसिंग इंडस्ट्री के मालिक जगमेल सिंह इस बात को स्वीकार करते हैं कि बिजनेस में 15 से 20 फीसदी तक की गिरावट हुई है। उनके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मंदी के चलते घरलू वित्तीय व्यवस्था भी मंदी पड़ी हुई है। जब माल का उठाव व मांग नहीं होगी तो फिर लोहे की कीमतों में तो गिरावट ही दर्ज होगी। जिस तरह से लगातार लोहा मार्केट नीचे जा रही है उससे अभी यह नहीं लगता कि कीमतें फिलहाल कहीं रुकेंगी। इस विषय पर फर्नेश उद्यमी दिनेश गुप्ता के मुताबिक सरकार ने स्पंज आयरन की कीमतों में कमी की है। इसके चलते ही लोहे की कीमतों में कमी आई है। इसमें डॉलर का मजबूत होना भी एक कारण रहा है। सरकार को स्पंज आयरन की कीमतों में पहले कमी करनी चाहिए थी जो नहीं की। अब स्पंज आयरन सस्ता होने के चलते ही लोहा बाजार में कीमतें नीचे आई हैं। फर्नेस मालिक संजय बंसल के मुताबिक मांग कम होना व स्क्रैप की कीमतों के कम होने के चलते लोहा बाजार में कुछ मंदी आई है। जिस तेजी से लोहा बाजार नीचे आ रहा है हो सकता है कि आने वाले समय में भी यह जारी रहे। (Business Bhaskar)
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