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03 अक्तूबर 2008

दुनिया भर में चीनी की भारी किल्लत होगी

लंदन : दुनिया भर में चीनी की किल्लत बढ़ सकती है। कंसल्टेंसी कंपनी किंग्समैन का दावा है कि 2008-09 में 47 लाख टन चीनी की कमी होने की आशंका है। पहले इसने इस दौरान 38 लाख टन चीनी की कमी की आशंका जताई थी। कंसल्टेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि क्यूबा, अमेरिका के लुसियाना और टेक्सस में तूफान से हुए नुकसान की वजह से चीनी का उत्पादन घट सकता है। कंसल्टेंसी के मैनेजिंग डायरेक्टर जोनाथन किंग्समैन ने कहा कि 2008-09 में मांग के मुकाबले सप्लाई कम रहेगी। मांग और सप्लाई के बीच 47 लाख टन का फर्क होगा। क्यूबा में करीब 3 लाख टन चीनी उत्पादन कम होगा। हरिकेन के चलते अमेरिका के लुसियाना और टेक्सस में भी लगभग इतनी मात्रा में चीनी उत्पादन घटने की आशंका है। किंग्समैन ने कहा कि विश्व के सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करने वाले ब्राजील के मध्य और दक्षिणी क्षेत्र में नम मौसम से पैदावार कम हो सकती है। इससे ब्राजील में भी चीनी के उत्पादन पर असर पड़ेगा। किंग्समैन ने कहा कि दुनिया में इस साल तुलनात्मक रूप से 4 फीसदी कम चीनी का उत्पादन होने की आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है। ऐसे में मिलों के लिए कर्ज जुटाना मुश्किल हो गया है। ब्राजील में चीनी उत्पादन बढ़ाने के लिए कंपनियों को कर्ज की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन हालात में ब्राजील की चीनी मिलें उत्पादन क्षमता नहीं बढ़ा पाएंगी। किंग्समैन के मुताबिक, अगर भारत में चीनी का उत्पादन कम होता है तो दुनिया में इसकी किल्लत और गहरा सकती है। भारत विश्व का दूसरा बड़ा चीनी उत्पादक देश है। किंग्समैन ने कहा, 'अगर भारत में 2 करोड़ टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाते हैं, तब दुनिया भर में 60 से 70 लाख टन चीनी की कमी होगी।' (ET Hindi)

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