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02 अक्तूबर 2008

खौफ से नरम पड़ा सेवंई का कारोबार

नई दिल्ली October 01, 2008
दहशतगर्दों के खौफ एवं मंदी की मार के बीच के कारण ईद के मुबारक मौके पर भी बाजारों में मायूसी छायी है। सेवंइयां से लेकर मेवे बाजार तक में ग्राहकों की रौनक नजर नहीं आ रही है। पिछले साल के मुकाबले त्यौहारी कारोबार में 40 फीसदी की कमी आ चुकी है।
जामा मस्जिद इलाके में सेवंइयां के कारोबारियों के मुताबिक सेवंइयां के भाव पिछले साल के मुकाबले मात्र 5 रुपये बढ़े हैं लेकिन बिक्री की मात्रा 10 फीसदी तक कम हो गयी है। सेवंइयां कारोबारी नफीस कहते हैं, 15 दिन पहले दिल्ली में हुए सीरियल बम धमाके कारण ग्राहक तंग गलियों में आने से कतरा रहा है। पहले इसी तंग गलियों के बाजार ईद के मौके पर ग्राहकों से अटे पड़े होते थे। चलने तक की जगह नहीं होती थी। कनफेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स के महासचिव देवराज बवेजा कहते हैं, इस बार बाजार को देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा है कि ईद भी है। सीरियल धमाके के बाद महरौली में हुए धमाके के कारण आसपास के शहरों से आने वाले ग्राहक बहुत ही कम संख्या में पिछले 15 दिनों में आए। किराना कमेटी के पदाधिकारी के मुताबिक सुरक्षा के अलावा महंगाई की मार के कारण भी ग्राहक नहीं आ रहे हैं। कमेटी के सचिव ललित गुप्ता कहते हैं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में मेवे में तेजी के कारण यहां भी मेवे के दाम बढ़े हुए हैं। बाजार तेज है लेकिन ग्राहक नहीं होने से कारोबारियों को कोई फायदा नहीं है। धमाकों के डर से तो पहले से ही लोग भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से कतरा रहे है। कपड़े के व्यापारी हेमचंद गुप्ता कहते हैं, पहले ईद के मौके पर जो शख्स दो जोड़ी कपड़े की खरीदारी करता था वह एक जोड़ी पर ही सिमट गया है। कारोबार है लेकिन 40-50 फीसदी तक गिरे हुए स्तर पर। कारोबारियों को उम्मीद है कि अगले सप्ताह से दशहरा एवं दीपावली के लिए खरीदारों की भीड़ बाजार में आ सकती है। उनका यह भी कहना है कि ऐसा नहीं है कि किसी एक चीज की बिक्री काफी अधिक मात्रा में हो जाएगी और किसी दूसरी चीज की बिक्री कम मात्रा में होगी। बाजार में तेजी या मंदी सभी चीजों के लिए समान अनुपात में होती है। (Business Bhaskar)

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