बेंगलुरु October 17, 2008
टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक बी मुत्थुरमन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत का स्टील आयात 33 प्रतिशत बढ़ कर 80 लाख टन होने का अनुमान है।
शुक्रवार को बेंगलुरु में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित 'मैन्युफैक्चरिंग इन इंडिया' समारोह में उन्होंने कहा, 'निर्यात तो जारी है लेकिन निर्यात की अपेक्षा आयात अधिक हो रहा है। फिलहाल हम स्टील का आयात ज्यादा कर रहे हैं।पिछले साल भारत ने 60 लाख टन स्टील का आयात किया था क्योंकि मांग पूरी करने के लिए हमारे पास पर्याप्त क्षमता नहीं थी। इस साल हम 80 लाख टन (पिछले साल के मुकाबले 33 प्रतिशत अधिक) का आयात करेंगे क्योंकि मांग में आपूर्ति की अपेक्षा अधिक तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।' उन्होंने कहा कि फिनिश्ड स्टील के मामले में आपूर्ति की अपेक्षा मांग होती है। देश में स्टील का आयात जारी रहेगा। स्टील बनाने के लिए भारत को भारी क्षमता की जरूरत है और भविष्य में क्षमता की विस्तार योजनाओं के लिए हमें अर्थव्यवस्था में आए अस्थाई गिरावट पर ध्यान नहीं देना चाहिए। भारत में स्टील का भविष्य बहुत ही बढ़िया है।' मुत्थुरमन ने कहा कि भारत को प्रति वर्ष 3,000 से 4,000 लाख टन स्टील उत्पादन के लिण् योजनाएं बनानी चाहिए। वर्तमान में भारत 340 लाख टन स्टील का उत्पादन करता है और राष्ट्रीय स्टील नीति के अनुसार, ऐसा आकलन है कि साल 2011-12 तक सालाना उत्पादन 1,100 लाख टन का होगा।मुत्थुरमन के अनुसार, भूमि अधिग्रहण में हुआ विलंब, कच्चे मालों के आवंटन और अपर्याप्त बुनियादी ढांचे के कारण स्टील उद्योग का विस्तार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोग स्टील की मांग और आपूर्ति में भारी असमानता का सामना कर रहे हैं और नई क्षमताओं का विस्तार कंपनी के अनुमानों से कहीं अधिक विलंबित हो रहा है। (BS Hindi)
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