नई दिल्ली January 29, 2010
एमसीएक्स एसएक्स एक फरवरी से तीन विदेशी मुद्राओं यूरोपीय संघ की यूरो, जापान की येन और ब्रिटिश पाउंड में वायदा कारोबार शुरू करेगा। इसके अलावा नैशनल स्टॉक एक्सचेंज भी इसी तारीख से नई मुद्राओं में वायदा कारोबार शुरू करने जा रहा है। सेबी ने इस महीने की 19 तारीख को इन मुद्राओं में कारोबार की अनुमति प्रदान की थी और भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से भी इसकी मंजूरी मिली थी।बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि ओवर द काउंटर पर होने वाले मुद्रा वायदा कारोबार का 20 फीसदी गैर-डॉलर मुद्राओं में होता है। लिहाजा तीन प्रमुख मुद्राओं में कारोबार शुरू होने से एक्सचेंज के प्लैटफॉर्म पर कारोबार काफी ज्यादा बढ़ जाएगा। आज के समय में बंबई स्टॉक एक्सचेंज, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज और एमसीएक्स-एसएक्स में करीब 30 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है। बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि कारोबार में करीब 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती है।यूरोप व जापान के साथ कारोबार की बड़ी मात्रा को देखते हुए उनकी अपनी मुद्राओं में हेजिंग उपकरण की शुरुआत करना काफी आकर्षक है। साल 2007-08 में यूरोपियन यूनियन के साथ करीब 56 अरब डॉलर का कारोबार हुआ था और जापान के साथ 10 अरब डॉलर का। बाजार के जानकार एक्सचेंज ट्रेडेड हेजिंग उपकरण में विस्तार की अनुमति को उस दौर के साथ जोड़कर देख रहे हैं जब भारतीय कंपनियों व बैंकों ने साल 2008 में ओटीसी के जरिए होने वाले वायदा कारोबार में काफी रकम गंवा दी थी। जानकारों का कहना है कि एक्सचेंज के प्लैटफॉर्म पर जिस तरह की पारदर्शिता देखने को मिलती है, उससे इस तरह के नुकसान की आशंका शायद नहीं रहेगी। एक्सचेंज ट्रेडेड उपकरण कीगैर-मौजूदगी में कंपनियां हेजिंग का मकसद पूरा करने केलिए बैंकों के पास चली जाती थीं यानी हेजिंग के लिए वह ओवर द काउंटर (ओटीसी) डेरिवेटिव का सहारा लेती थीं। नई मुद्राओं में सौदे शुरू करने के लिए एक्सचेंज हर मुद्रा के 12 अनुबंध और छह स्प्रेड अनुबंध शुरू कर रहा है। इन सभी अनुबंधों में टिक साइज 0।25 पैसे या भारतीय मुद्रा में 0.0025 होगा। टिक साइज का मतलब है उतार-चढ़ाव 0.25 पैसे या इसके गुणक में होना। सभी कारोबारी अनुबंधों की अवधि 12 महीनों की है। लेकिन डॉलर-रुपया वायदा की तरह नई विदेशी मुद्राओं के अनुबंधों का निपटान भारतीय मुद्रा में होगा। सौदे का निपटान उस दिन आरबीआई द्वारा विभिन्न मुद्राओं की घोषित दर के हिसाब से होगा। यूरो-रुपये और पाउंड-रुपये के अनुबंध का आकार क्रमश: 1000 यूरो व 1000 पाउंड का होगा जबकि येन के मामले में इसका आकार एक लाख येन का होगा। एमसीएक्स-एसएक्स शनिवार को इसकी मॉक ट्रेडिंग करेगा। (बीएस हिन्दी)
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