चंडीगढ़ February 20, 2010
हरियाणा में 2008-09 के रबी सीजन में गेहूं का प्रति हेक्टेयर रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है।
राज्य के कृषि विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस सत्र में कुल उत्पादकता 46.14 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही। हरियाणा की उत्पादकता पंजाब में 45 क्ंविटल प्रति हेक्टेयर की उत्पादकता से ज्यादा है। हरियाणा के विभिन्न राज्यों के किसान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। अंबाला जिले से 16 किलोमीटर दूर तेजा मोहारी गांव के किसान हरकेश सिंह ने कहा कि 2004-05 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 640 रुपये प्रति क्विंटल था जो अब बढ़कर 1100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
इससे किसानों को बाजार से बेहतर प्रोत्साहन मिला है और बेहतर उत्पाद मूल्य मिलने के भरोसे के चलते किसानों का खेती के प्रति उत्साह बढ़ा है। राज्य में गेहूं की बुआई का क्षेत्रफल 2004-05 में 23,18,000 हेक्टेयर था, जो 2009-10 में बढ़कर 24,64,000 हेक्टेयर हो गया है।
उगाडा गांव के किसान अचर सिंह कहते हैं कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत प्रमाणित किस्म के बीजों पर सब्सिडी मिलने से भी किसानों को लाभ हुआ है। अब सब्सिडी हटा ली गई है, लेकिन किसान अभी भी बेहतर उपज के लिए प्रमाणित बीज की खरीद कर रहे हैं। इससे निश्चित रूप से उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिली है।
लैंड लेवलर आ जाने से भी किसानों को मदद मिली है और इससे सिंचाई के लिए कम पानी की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा, 'हम लैंड लेवलर किराए पर ले लेते हैं, जिससे हमारे खेत सपाट हो जाते हैं। इसकी वजह से 30-40 प्रतिशत पानी की बचत होती है।'
दौराला गांव के बलविंदर सिंह ने कहा कि रोटावेटर पर सब्सिडी, जीरो टिलेज सीड ड्रिलर और फर्टिलाइजर मशीन से किसानों को उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिली है। केंद्रीय पूल में हरियाणा की हिस्सेदारी भी कुछ साल से बढ़ी है।
अंबाला जिले के किसान क्लब के अध्यक्ष हरकेश सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को भूजल को रिचार्ज करने पर ध्यान देना चाहिए, जैसा कि शहरी इलाकों में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर दो साल पर जल स्तर 15 फीट नीचे चला जाता है, जिसकी वजह सेंट्रीफ्यूगल पंपों की जगह पर सब मर्सिबल टयूबवेल लगाने पड़ते हैं।
इसकी वजह से किसानों का वित्तीय बोझ बढ़ता है। किसानों ने कहा कि सिंचाई की बेहतर व्यवस्था और उच्च गुणवत्ता के बीज के चलते उत्पादकता 30 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना मौजूद है।
बंपर उत्पादन
2008-09 में प्रति हेक्टेयर 46।14 क्विंटल गेहूं का हुआ उत्पादन इस साल 24,64,000 हेक्टेयर क्षेत्र में हुई गेहूं की बुआई30 फीसदी बढ़ सकती है उत्पादकता (बीएस हिन्दी)
20 फ़रवरी 2010
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