मुंबई February 18, 2010
सोने की ऊंची कीमतों की वजह से पिछले तीन सालों में पहली बार 2009 में विश्व स्तर पर सोने की आपूर्ति मांग की तुलना में आधिक्य की स्थिति में रही है।
इसने बाजार की आम धारणा को गलत साबित कर दिया है। यह माना जा रहा था कि कम मांग को देखते हुए सोने का खनन करने वाली कंपनियां अपने उत्पादन पर लगाम लगाएंगी जिससे आपूर्ति आगे भी कम बनी रहेगी।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के आंकड़ों के मुताबिक 2009 में सोने की आपूर्ति 3,890 टन रही। यह मांग की तुलना में 15 फीसदी ज्यादा है। इस साल कुल मांग 3,386 टन रही थी। डब्ल्यूजीसी ने इसकी मुख्य वजह सोने की ऊंची कीमतों को बताया है।
आभूषणों की बढ़ती कीमतों के मुकाबले ग्राहकों की आमदनी कम रहने की वजह से लोगों ने सोने की कम खरीदारी की। सोने की कुल मांग 2008 की तुलना में 2009 में 11 फीसदी कम रही। 2008 में सोने की कुल मांग 3,805.5 टन रही थी। वहीं, 2009 में यह घटकर 3,385.8 टन हो गई। आभूषणों की मांग 20 फीसदी घट गई।(बीएस हिन्दी)
18 फ़रवरी 2010
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