कोच्चि February 18, 2010
इस साल काली मिर्च की खेती वाले ज्यादातर इलाके में सूखे की स्थिति बनने की वजह से ब्राजील में उत्पादन के लिए हालात बहुत खराब नजर आ रहे हैं।
ब्राजील के काली मिर्च बोर्ड के अनुमान के मुताबिक कुल उत्पादन लगभग 35,000 टन रहेगा। लेकिन काली मिर्च के उत्पादन वाले क्षेत्र में लगातार सूखे की स्थिति बनने की वजह से इस साल उत्पादन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
बोर्ड ने यह अनुमान लगाया है अगर सूखे की स्थिति आगे भी बनी रहती है तो फसल आकार में 40-60 फीसदी की कमी होगी। ब्राजील में मौसम इस वक्त अच्छा नहीं है। बिना मौसम ज्यादा बारिश होने और तूफान की वजह से 30 से ज्यादा दिनों तक असर तक दक्षिणी जोन प्रभावित हुआ।
साओ पाउलो शहर में 45 दिनों तक हर दिन बारिश होती रही और हर दिन भयानक बाढ़ जैसी स्थिति भी बनी। देश के उत्तरी भाग में जहां कालीमिर्च की खेती होती है वहां इस फसल की वृद्धि के लिए पर्याप्त बारिश नहीं हुई।
सबसे खराब स्थिति तो एस्पीरिटो सैंटो राज्य की थी जहां 40 दिनों तक सूखे की स्थिति बनी रही और कड़ी धूप के साथ औसत तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस बना रहा। इस क्षेत्र से आने वाली अंतिम रिपोर्ट के मुताबिक गुलाबी गोलमिर्च के उत्पादन में इस साल करीब 60 फीसदी की गिरावट आ सकती है जबकि कालीमिर्च के उत्पादन में भी बड़ा नुकसान होगा।
वर्ष 2010 के सीजन के लिए अनुमानित 35,000 टन की फसल में कमी हो सकती है। इस वजह से इस साल दुनिया में मसाले के उत्पादन पर असर पड़ सकता है। अनुमान है कि वैश्विक काली मिर्च का उत्पादन मौजूदा साल में ज्यादा ही होगा। (बीएस हिन्दी)
18 फ़रवरी 2010
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