कोच्चि February 11, 2010
चालू साल में वैश्विक रूप से काली मिर्च का उत्पादन बेहतर रहने की उम्मीद है। जानकारों के मुताबिक सफेद और काली दोनो किस्मों का उत्पादन बढ़ेगा।
नई दिल्ली में हाल में आयोजित वर्ल्ड स्पाइस कांग्रेस में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक काली मिर्च का कुल वैश्विक उत्पादन 3,29,700 टन रहने की उम्मीद है, जबकि 2009 में कुल 3,10,636 टन उत्पादन हुआ था। हाल के अनुमानों से संकेत मिलते हैं कि 2010 में मसालों के कुल उत्पादन में 2010 के दौरान 6.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
काली मिर्च के उत्पादन के मामले में वियतनाम पहले स्थान पर बना रहेगा, जहां इस साल 1,20,000 टन काली मिर्च के उत्पादन का अनुमान है। 55,000 टन उत्पादन के साथ भारत के दूसरे स्थान पर रहने की उम्मीद है। साथ ही विश्व के तीसरे बड़े उत्पादक देश ब्राजील में 35,000 टन काली मिर्च उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है।
इंडोनेशिया में 23,000 टन उत्पादन का अनुमान है, वहीं मलेशिया में 23,500 टन काली मिर्च उत्पादन का अनुमान है। इसके अलावा अन्य उत्पादक देशों, जिसमें चीन भी शामिल है, का कुल उत्पादन 71,200 टन रहने का अनुमान है। उत्तरी अमेरिका और यूरोप में कुल उत्पादन का 50 प्रतिशत खपत है।
वहीं अमेरिका में खपत 75,000 टन है, जो पहले स्थान पर है। पश्चिम एशिया और अफ्रीका में काली मिर्च की कुल खपत 33,000 टन है और दक्षिण अमेरिकी देशों में 15,000 टन काली मिर्च की खपत होती है। (बीएस हिन्दी)
12 फ़रवरी 2010
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