05 फ़रवरी 2010
रबी, खरीफ का उपज अनुमान दो दिन बाद
सरकार रबी सीजन की पैदावार के संबंध में प्रारंभिक अनुमान दो दिन बाद जारी कर सकती है। इन अनुमानों से गेहूं, सरसों और चना जैसी सर्दियों में बोई जाने वाली फसलों की पैदावार की स्थिति कुछ हद तक स्पष्ट होगी। इसके साथ ही पिछली खरीफ सीजन के दूसरे प्राथमिक अनुमान भी जारी किए जाएंगे। रबी सीजन की बुवाई अक्टूबर से ही शुरू हो जाती है और कई इलाकों में यह मार्च तक चलती है। इसका कटाई सीजन अप्रैल से शुरू होता है। देश के कई इलाकों में रबी की बुवाई चल रही है। ऐसे में सरकार इन फसलों की पैदावार का अनुमान जारी करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही जून से सितंबर तक चले पिछले खरीफ सीजन का अंतिम उत्पादन अनुमान भी जारी हो सकता है।कृषि सचिव टी। नंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि खरीफ और रबी सीजन के खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान दो दिन बाद जारी कर दिया जाएगा। खरीफ फसल का यह दूसरा प्रारंभिक अनुमान होगा। पिछले नवंबर में जारी अनुमान में सरकार ने देश में 6.94 करोड़ टन चावल की पैदावार होने की संभावना व्यक्त की थी। हालांकि उत्तर प्रदेश में बेहतर पैदावार की संभावना बनने की जानकारी मिलने के बाद सरकार ने चावल उत्पादन अनुमान बढ़ाकर 7.14 करोड़ टन कर दिया। खरीफ सीजन की फसलों में मक्का 1.26 करोड़ टन और दालें 44 लाख टन पैदा होने का अनुमान लगाया गया। इस तरह खरीफ का कुल उत्पादन अनुमान पिछले सीजन के 11.53 करोड़ टन से घटकर 9.86 करोड़ टन रहने का अनुमान पेश किया गया। इस साल रबी सीजन के दौरान आठ करोड़ टन गेहूं उत्पादन की कोशिश कर रही है। अभी देश में 276.37 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है। पिछले रबी सीजन में गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर 8.05 करोड़ टन रहा था। सरकार फसली वर्ष के दौरान चार उत्पादन अनुमान जारी करती है। (बिज़नस भास्कर)
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