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03 फ़रवरी 2010

हाजिर एलएनजी का नहीं कोई लिवाल

अहमदाबाद February 01, 2010
देश में तरल प्राकृतिक गैस यानी एलएनजी के हाजिर खरीदारों की संख्या कम होती जा रही है। पिछले एक महीने में दाहेज और हजीरा के टर्मिनल पर कार्गो की काफी कम संख्या से कारोबार में हुई कमी का अंदाजा लगाया जा सकता है। डी-6 की गैस ने तरल प्राकृतिक गैस के हाजिर बाजार पर सबसे ज्यादा असर डाला है।ज्यादातर ऊर्जा और उर्वरक कंपनियों ने हाजिर बाजार से डी 6 की ओर अपना रुख मोड़ लिया है। डी 6 के आवंटन के पहले तक रिलायंस इंडस्ट्रीज खुद हर महीने एलएनजी के 4 कार्गो की खपत करती थी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक पिछले एक महीने से हजीरा और दाहेज दोनों टर्मिनलों पर एक भी हाजिर कार्गो नहीं आया है। पेट्रोनेट एलएनजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक पी दासगुप्ता ने बताया, 'आज देश में कोई भी एलएनजी के हाजिर सौदे नहीं मंगा रहा है। एलएनजी का अंतिम हाजिर कार्गो नवंबर में आया था। नई उर्वरक और ऊर्जा फर्मों के शुरू होने पर ही मांग बढ़ सकती है। फिलहाल गैस की मौजूदा मांग डी 6 गैस और दीर्ध अवधि की आपूर्ति के लिए पेट्रोनेट एलएनजी के आयात से पूरी हो रही है।सूत्रों के मुताबिक एलएनजी की वायदा कीमत करीब 8।2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है। वहीं, डी 6 गैस 4.2 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू पर मिल जाती है। पिछले साल दिसंबर तक आरआईएल अपनी जामनगर रिफाइनरी के लिए हर महीने हजीरा से वायदा खरीदारी करती थी। रिफाइनरी के लिए डी 6 गैस के आवंटन के बाद हजीरा से कोई खरीदारी नहीं हो रही है। शेल इंडिया के एक अधिकारी के मुताबिक हाजिर कारोबार मंदा चल रहा है, लेकिन उन्होंने कार्गो की संख्या पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। (बीएस हिन्दी)

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