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13 फ़रवरी 2010

खाद्यान्न उत्पादन में 7.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान

चालू वित्त वर्ष के दौरान खाद्यान्न उत्पादन में साढ़े सात फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है जो आम उपभोक्ताओं के साथ-साथ सरकार के लिए भी चिंता की बात है। कृषि मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी दूसरे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक वर्ष 2009-10 में देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 21.68 करोड़ टन का होने का अनुमान है। यह वर्ष 2008-09 में उत्पादित 23.44 करोड़ टन से कम है। चावल उत्पादन में 11.7 फीसदी की सबसे ज्यादा गिरावट आने का अनुमान है। इसी तरह गन्ने के उत्पादन में 11.8 फीसदी, तिलहन उत्पादन में 5 फीसदी तथा गेहूं उत्पादन में 0.4 फीसदी की गिरावट आने के अनुमान हैं। हालांकि, दलहन उत्पादन में 1.3 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई गई है।चालू सीजन में चावल का उत्पादन 8.75 करोड़ टन ही होने का अनुमान है जो वर्ष 2008-09 के 9.91 करोड़ टन से कम है। गेहूं का उत्पादन भी पिछले साल के 8.06 करोड़ टन से घटकर 8.02 करोड़ टन रह जाने का अनुमान है। मोटे अनाजों में ज्वार का उत्पादन 0.72 करोड़ टन से घटकर 0.67 करोड़ टन, बाजरा उत्पादन 0.88 करोड़ टन से कम होकर 0.63 करोड़ टन और मक्का उत्पादन 1.97 करोड़ टन से घटकर 1.73 करोड़ टन रह जाने का अनुमान है।वर्ष 2009-10 में दलहन के उत्पादन में बढ़ोतरी सरकार के साथ-साथ उपभोक्ताओं को भी राहत प्रदान करेगी। चालू सीजन में दलहनों का कुल उत्पादन वर्ष 2008-09 के 1.45 करोड़ टन से बढ़कर 1.47 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। दलहनों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी चने और अरहर के उत्पादन में होने का अनुमान है। वर्ष 2008-09 के दौरान देश में चने का उत्पादन 0.70 करोड़ टन का हुआ था जबकि चालू सीजन में यह 0.74 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इसी तरह अरहर का उत्पादन भी पिछले साल के 0.22 करोड़ टन से बढ़कर 0.25 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। चालू सीजन में तिलहनों का उत्पादन 2.63 करोड़ टन होने का अनुमान है जोवर्ष 2008-09 के 2.77 करोड़ टन से कम है। तिलहनों में मूंगफली के उत्पादन में भारी गिरावट आई है, जबकि सरसों और सोयाबीन का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले बढ़ने का अनुमान है। वर्ष 2008-09 में देश में मूंगफली का उत्पादन 0.71 करोड़ टन का हुआ था, जबकि चालू सीजन में यह घटकर केवल 0.55 करोड़ टन ही रहने का अनुमान है। वहीं, सरसों उत्पादन वर्ष 2009-10 में बढ़कर 0.74 करोड़ टन होने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2008-09 में इसका उत्पादन 0.72 करोड़ टन का हुआ था। इसी तरह सोयाबीन का उत्पादन भी 0.99 करोड़ टन से बढ़कर 1.02 करोड़ टन हो जाने का अनुमान लगाया गया है।गन्ने का उत्पादन वर्ष 2009-10 में घटकर 25.12 करोड़ टन रह जाने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 28.50 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। जूट का उत्पादन पिछले साल के बराबर ही 103 लाख गांठ (एक गांठ में 180 किलो) होने का अनुमान है। उधर, कॉटन का उत्पादन 222 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) से बढ़कर 223 लाख गांठ हो जाने का अनुमान है। (बिज़नस भास्कर....आर अस राणा)

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