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13 फ़रवरी 2010

बासमती का निर्यात 17फीसदी बढ़ने की आस

चालू वित्त वर्ष में बासमती चावल का निर्यात 17 फीसदी बढ़ने की संभावना है। ऑल इंडिया राईस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि अप्रैल से मार्च तक बासमती चावल के कुल निर्यात सौदे करीब 27 लाख टन होने की संभावना है जबकि वित्त वर्ष में चावल निर्यात के लिए 23 लाख टन के सौदे ही पंजीकृत हुए थे। इस समय खाड़ी देशों के साथ ही यूरोप की आयात मांग कम हुई है जिससे घरेलू बाजार में बासमती चावल की कीमतों में करीब 22 फीसदी की गिरावट आ चुकी है लेकिन मार्च के बाद निर्यात में फिर बढ़ोतरी होने की संभावना है।सेतिया ने बताया कि अभी तक करीब 24-25 लाख टन बासमती चावल के निर्यात सौदे हो चुके हैं। पिछले वित्त वर्ष में 23 लाख टन बासमती चावल के निर्यात सौदे पंजीकृत हुए थे जबकि इस अवधि में निर्यात 18 लाख टन का ही हो पाया था। पिछले पंद्रह-बीस दिनों से खाड़ी देशों के साथ यूरोप की मांग पहले की तुलना में घटी है। भारत में चालू सीजन में बासमती का उत्पादन करीब 35-40 फीसदी बढ़कर 38-40 लाख टन होने का अनुमान है। घरेलू फसल के उत्पादन में बढ़ोतरी होने और निर्यातकों की मांग घटने से घरेलू बाजार में बासमती चावल के दाम घटे हैं। दिल्ली थोक बाजार में पूसा-1121 बासमती चावल के दाम घटकर 4200-5000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि दिसंबर में भाव बढ़कर 5800-6500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। उत्पादक मंडियों में पूसा-1121 धान की कीमतें भी घटकर 2350 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जबकि दिसंबर में इसका भाव 2650 रुपये प्रति क्विंटल था। मार्च के बाद बासमती चावल के निर्यात में फिर बढ़ोतरी होने की संभावना है जिससे घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में तेजी की संभावना है। कोहिनूर फूड्स लिमिटेड के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर गुरनाम अरोड़ा ने बताया कि चालू सीजन के शुरू में ही ईरान, कुवैत और साऊदी अरब की अच्छी मांग से घरेलू बाजार में बासमती चावल और धान के भाव काफी तेज हो गए थे। फरवरी-मार्च में आमतौर पर मांग कमजोर रहती है लेकिन अप्रैल में फिर मांग बढ़ जायेगी। इस समय खाड़ी देशों में पूसा-1121 बासमती चावल के निर्यात सौदे 1000-1450 डॉलर और ट्रेडिशनल बासमती के 1200-1500 डॉलर प्रति टन चल रहे हैं जबकि यूरोप के देशों में भारतीय पूसा-1 बासमती चावल के निर्यात सौदे 950 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि घरेलू बाजार में बासमती चावल के दाम करीब 22 फीसदी घट चुके हैं इसलिए मौजूदा कीमतों में और गिरावट की संभावना नहीं है। rana@businessbhaskar।net (बिज़नस भास्कर)

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