03 नवंबर 2008
सोना कितना सोना है!
शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों में सोने में निवेश करने का रुझान जबरदस्त रूप से बढ़ा है। हालांकि इस वर्ष सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने लोगों में यह डर बैठा दिया है कि किस कीमत पर सोने में निवेश किया जाए। सोना जहां एक ओर एक हजार डॉलर के आंकड़े को छू चुका है, वहीं यह 700 डॉलर के निम्नतम स्तर पर भी पहुंचा है। अपने जबरदस्त फाइनांसियल रिजर्व और मजबूत बैंकिंग इतिहास के चलते स्विटजरलैंड निवेशकों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। निवेश सलाहकार फर्म चार्टवेल पार्टनर्स के प्रेसिडेंट कार्ल डेलफेल्ड के अनुसार, बाजार में जारी उठा-पटक के बीच निवेशक करेंसी शेयर्स स्विस फ्रेंक ट्रस्ट के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ( ETF ) और आईशेयर्स MSCI स्विटजरलैंड इंडेक्स फंड ( EWL ) में निवेश कर सकते हैं। डेलफेल्ड कहते हैं, 'उनकी गुणवत्ता बहुत अच्छी है और अमेरिकी बाजार की तुलना में उसमें उठापटक कम होती है।' सुरक्षा और स्थिरता की हालांकि एक कीमत चुकानी पड़ती है। करेंसी फंड, जो स्विस फ्रेंक में बैंक जमा में निवेश करता है, में 2008 में 2 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। 27 अक्टूबर को 86 पर कारोबार कर रहे इस फंड में प्रति महीने सिर्फ 9 सेंट मिलते हैं। इसलिए निवेशकों को डॉलर के अवमूल्यन की तुलना में दो फीसदी से भी कम यील्ड मिलता है। अभी करीब 33 फीसदी गिरावट झेल रहा आईशेयर्स एमएससीआई स्विटजरलैंड इंडेक्स फंड स्विटजरलैंड की बल्यू चिप कंपनियों (नेस्ले, नोवार्टिस और रोश होल्डिंग्स) का प्रतिनिधित्व करता है। डेलफील्ड कहते हैं कि अमेरिकी शेयर बाजार की तुलना में इसमें करीब 60 फीसदी उतार-चढ़ाव देखी गई है। सोने के अलावा निवेश के विकल्पों की तलाश कर रहे निवेशकों ने चांदी का भी रुख किया है। सोने की तुलना में काफी सस्ते इस धातु को अभी तक कई प्रमुख कमोडिटी सूचकांकों में शामिल भी नहीं किया गया है। शायद यही वजह है कि हेज फंडों की तरलता की लहर ने इसे प्रभावित करना शुरू नहीं किया है। सच यह भी है कि अंतरराष्ट्रीय मंदी की वजह से इसमें सोने से अधिक मजबूती दर्ज की गई है क्योंकि औद्योगिक उपभोक्ताओं ने सोने की तुलना में चांदी को वरीयता दी है। आईशेयर्स सिल्वर ट्रस्ट ईटीएफ में इस वर्ष 40 फीसदी से अधिक कमजोरी दर्ज की गई है। जस्ते का उत्पादन करने वाले खदानों के भारी संख्या में बंद होने से चांदी के उत्पादन पर असर पड़ा है। जस्ते के उत्पादन में चांदी एक सह उत्पाद की तरह निकलता है। प्रेसियस मेटल्स डीलर इनवेस्टमेंट रेरिटीज के प्रेसिडेंट जिम कुक कहते हैं कि खदानों के बंद होने की वजह से इसकी कीमतों में वृद्धि तय है। सालाना करीब 15 करोड़ औंस चांदी का उत्पादन करने वाले खदान अब तक बंद हो चुके हैं। फाइनांसियल एडवाइजर फर्म कॉन्टैंगो कैपिटल के सीईओ जॉर्ज फेगर कहते हैं कि इस तरह की सलाह सुनने में अच्छी लगती है, लेकिन क्या निवेशक भी इस पर अमल करेंगे। (ET Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें