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10 अक्टूबर 2008

दुनिया भर में ब्याज दरों में कटौती से सोने की किस्मत और चमकेगी

मुंबई : दुनिया के शेयर बाजारों में पिछले कुछ दिनों की तबाही ने सोने का भाव बढ़ा दिया है। निवेशक इक्विटी और दूसरी कमोडिटी से पैसा निकालकर सोने में लगा रहे हैं। दुनिया भर के फेडरल बैंक जब फंड की किल्लत से ब्याज दरों में कटौती करने को मजबूर हों तो सोने से लाभ कमाने का सिलसिला काफी लंबा चल सकता है। सेंट्रल बैंकों के संयुक्त रूप से ब्याज दरों में कटौती किए जाने की घोषणा के बाद बुधवार को अमेरिकी कमोडिटी एक्सचेंज कॉमेक्स पर सोने के दिसंबर वायदा में 4 फीसदी का उछाल आया और यह 920 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। मंगलवार को कॉमेक्स में दिसंबर वायदा 882 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर था। एमसीएक्स में बुधवार को दिसंबर वायदा कारोबार 13,900 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया, मंगलवार को यह 13,500 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। आनंद राठी कमोडिटीज के रिसर्च हेड किशोर नार्ने का कहना है, ' सोने की खरीद क्षमता सबसे ज्यादा मानी जाती है। बाजार में हाल में सोने का जैसा प्रदर्शन रहा है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इसमें निवेश काफी हद तक सुरक्षित है। दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों के ब्याज दरों में कटौती किए जाने से सोने को और फायदा होगा। साथ ही यह करेंसी के मुकाबले मजबूत होगी।' बुधवार को एक साझे प्रयास में अमेरिका के फेडरल बैंक, यूरोपीय सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैंड और दूसरे सेंट्रल बैंकों ने अपनी तय ब्याज दरों में आधा फीसदी कटौती की। वहीं, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने एक साल की उधारी दर में 0. 27 फीसदी की और ब्याज दरों में भी आधा फीसदी की कमी की। जानकारों का कहना है कि सेंट्रल बैंकों के इस कदम से वैश्विक मुदा बाजार को राहत मिलेगी और सोना मजबूत होगा। शेयरखान कमोडिटीज के रिसर्च एनालिस्ट प्रवीण सिंह ने बताया कि सेंट्रल बैंकों के ब्याज दरों में कटौती किए जाने से वैश्विक बाजार में छाए लिक्विडिटी यानी कैश के संकट को कम करने में मदद मिलेगी। मौजूदा माहौल में इंटरनेशनल हाजिर बाजार में सोने की कीमतें 925 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंच सकती हैं। (ET Hindi)

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