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01 फ़रवरी 2010

देश से काली मिर्च, हल्दी और जीरा निर्यात घटा

चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान देश से काली मिर्च, हल्दी, जीरा और लाल मिर्च के निर्यात में गिरावट आई है जबकि इलायची के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। भारतीय मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस दौरान मसालों के कुल निर्यात में मात्रा के हिसाब से दो फीसदी की कमी आई है जबकि मूल्य के हिसाब से पांच फीसदी की गिरावट रही है।अप्रैल से दिसंबर के दौरान देश से 358,205 टन मसालों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 366,100 टन का निर्यात हुआ था। काली मिर्च के निर्यात में पहले नौ महीनों में 24 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 14,750 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 19,450 टन का निर्यात हुआ था। इसी तरह से लाल मिर्च के निर्यात में अप्रैल से दिसंबर के दौरान पांच फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 139,000 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 146,000 टन लालमिर्च का निर्यात हो चुका था। इस दौरान भारत से इलायची के निर्यात में 174 फीसदी का इजाफा होकर कुल निर्यात 1,190 टन का हो चुका है। जबकि वर्ष 2009-10 में भारतीय मसाला बोर्ड ने निर्यात का लक्ष्य 650 टन का ही रखा था। पिछले साल अप्रैल से दिसंबर की अवधि के दौरान भारत से इलायची का मात्र 435 टन का ही निर्यात हुआ था। धनिया के निर्यात में भी चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 35 फीसदी का इजाफा होकर कुल निर्यात 30,750 टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 22,750 टन का ही हुआ था। जीरे के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 12 फीसदी की कमी आकर 36,500 टन का ही हुआ है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 41,500 टन से कम है। हल्दी के निर्यात में इस दौरान तीन फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात पिछले साल के 41,425 टन से घटकर 40,000 टन का ही हुआ है। वित्त वर्ष 2009-10 में भारत से हल्दी के निर्यात का लक्ष्य 51,000 टन का रखा गया है। विदेश में भारतीय हल्दी को दूसर देशों से कड़ी स्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। (बिज़नस भास्कर)

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