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06 फ़रवरी 2010

बेकाबू महंगाई का ठीकरा पवार पर

नई दिल्ली. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शुक्रवार को बढ़ती कीमतों को लेकर कृषि मंत्री शरद पवार पर परोक्ष निशाना साधा गया। कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कार्यसमिति सदस्यों ने आवश्यक वस्तुओं की ऊंची कीमतों पर विशेष चिंता जताई। इस पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आश्वासन दिया कि जल्द ही स्थिति पर काबू कर लिया जाएगा।
कार्यसमिति की बैठक में महंगाई, तेलंगाना, आम बजट, संगठन चुनाव समेत कुल पांच मुद्दे उठे। लेकिन चर्चा घूम-फिरकर बेकाबू कीमतों पर ही केंद्रित रही। गौरतलब है कि यह बैठक महंगाई पर मुख्यमंत्रियों की बैठक के ठीक पहले पार्टी का फीडबैक लेने के लिए बुलाई गई थी। मुख्यमंत्रियों की बैठक शनिवार को होनी है।
कांग्रेस महासचिव व मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने बताया कि बैठक का मुख्य मुद्दा महंगाई रही। लेकिन, उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि बैठक में किसी भी सदस्य ने पवार का नाम लेकर उनके खिलाफ कुछ कहा।
बेवजह बयानबाजी क्यों?: कार्यसमिति सदस्यों ने कहा कि कीमतों पर उठाए गए कदम अपर्याप्त साबित हुए हैं। साथ ही इस तरह के बयानों पर चिंता जताई, जिनसे जनता के मन में भय बैठता है। गौरतलब है कि कृषि मंत्री कई मौकों पर चीनी और दूध के दाम बढ़ने के बयान दे चुके हैं।
खाद्य निगम में सुधार जरूरी : कुछ सदस्यों ने कहा कि कृषि मंत्रालय के अधीन भारतीय खाद्य निगम की कार्यप्रणाली में सुधार की जरूरत है। अनाज का सही तरीके से रख रखाव न होने और वितरण की खामियों के चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। सदस्यों ने कहा कि जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई न होने के कारण स्थिति बिगड़ी है। बैठक के दौरान उत्पादन बढ़ाकर मुद्रास्फीति काबू में करने के उपायों पर भी चर्चा की गई।
सीधे टकराव से परहेज : कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी मुंबई में थे, लिहाजा सहयोगी दल की नाराजगी मोल लेने से परहेज करते हुए कार्यसमिति सदस्यों ने पवार का नाम नहीं लिया। हालांकि हर कोई इशारों में पवार के मंत्रालय की बखिया उधेड़ने में जुटा रहा। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के अलावा वरिष्ठ नेता अजरुन सिंह, सीके जाफर शरीफ, वी नारायण सामी बैठक में शामिल नहीं हुए।
पीएम को रिपोर्ट हर हफ्ते
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अब हर सप्ताह स्वयं महंगाई का रिपोर्ट कार्ड पढ़ेंगे। उन्हें भेजी जाने वाली रिपोर्ट में बाजार में पहुंचाए गए खाद्यान्न के साथ कीमतों का समीक्षात्मक ब्योरा शामिल होगा।(दैनिक भास्कर)

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