नई दिल्ली November 05, 2008
कपड़ा आयातक देशों से मांग कमजोर पड़ने से वैश्विक कपास निर्यात वर्ष 2008-09 में 6.47 प्रतिशत घटकर 78 लाख टन पर आने का अनुमान है।
अंतरराष्ट्रीय कपास इकाई ने यह अनुमान व्यक्त किया है। अंतरराष्ट्रीय कपास परामर्शक समिति (आईसीएसी) ने एक बयान में कहा कि मिलों द्वारा कपास के इस्तेमाल में कमी के कारण विश्व का कपास निर्यात वर्ष 2008-09 में 6.47 प्रतिशत घटने का अनुमान है। बयान में कहा गया है कि दुनिया के विशालतम उपभोक्ता चीन में मिलों द्वारा कपास का इस्तेमाल चार प्रतिशत घटकर 1.05 करोड़ टन रह जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन का कपास आयात 10 प्रतिशत घटकर 23 लाख टन रहने का अनुमान है। आईसीएसी ने कहा कि उत्पादन की बढ़ती लागत, अमेरिकी डालर के मुकाबले युआन की मजबूती तथा टेक्सटाइल देशों से मांग कमजोर पड़ने से चीन में खपत में गिरावट आ सकती है। कुल वैश्विक कपास खपत 2.25 करोड़ टन होगी, जो पिछले वर्ष के मुकाबले तीन प्रतिशत कम होगी। उत्पादन के मोर्चे पर आईसीएसी ने कहा कि विश्व कपास उत्पादन छह प्रतिशत घटकर 2.47 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जिसका मुख्य कारण अन्य फसलों की तुलना में कपास की कम मांग का होना है। उत्पादन में गिरावट अमेरिका, तुर्की, ब्राजील और मिस्र में देखने को मिल सकती है, लेकिन भारत, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया में उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है। (BS Hindi)
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