आर एस राणा
नई दिल्ली। राजस्थान की जोधपुर और जयपुर मंडियों के साथ ही आज हरियाणा और गुजरात की मंडियों में भी ग्वार गम और ग्वार सीड की कीमतों मेंं तेजी तो आई, बावजूद इसके कि ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर है। एनसीडीईएक्स में ग्वार गम और सीड के वायदा अनुबंध में 3 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई। ग्वार गम निर्यातकों के अनुसार मौजूदा हालात में ग्वार गम की निर्यात मांग बढ़ने के भी कोई संकेत नहीं है।
जोधपुर मंडी में ग्वार गम की कीमतों में आज 170 रुपये की तेजी आकर भाव 6,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए जबकि मिल डिलीवरी ग्वार सीड के भाव 4,025 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। इसी तरह से जयपुर में ग्वार गम के भाव 6,350 रुपये और ग्वार सीड के भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
ग्वार गम निर्माता रमेश बोहरा ने बताया कि खरीददार ग्वार गम की मौजूदा कीमतों पर खरीद कर रहे हैं, क्योंकि मौजूदा ग्वार गम की कीमतें ग्वार सीड के मौजूदा भाव के अनुपात में नीचे बनी हुई हैं। उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड के दाम उंचे हैं। इसके बावजूद भी ग्वार सीड की कीमतों में आज मिल डिवलवरी सौदों में तेजी आई, साथ ही मंडियों में बोली पर भी कीमतें बढ़ी। कई मंडियों में आज ग्वार सीड के नीलामी भाव 3,900 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर गए। राजस्थान की मंडियों में लेबर की हड़ताल चल रही है, जिस कारण मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक कम रही, व्यापारियों के अनुसार आज भाव में आई तेजी का एक प्रमुख कारण यह भी था। लेकिन इनके भाव में तेजी मुख्यत: वायदा भाव में आई भारी तेजी ही है।
एनसीडीईएक्स में आज ग्वार गम वायदा अनुबंध में 3.79 फीसदी और ग्वार सीड के वायदा अनुबंध में 2.88 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। एक विश्लेषक के अनुसार, ग्वार कॉम्प्लेक्स की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए वायदा में खरीदारी करने वाले निवेशकों के साथ ही कुछ कार्टिलाइज़ेशन वाले जिम्मेदार हैं। निर्यातकों के अनुसार कोई ऐसा कारण नहीं है, जिससे की कीमतों मेंं भारी तेजी आए, क्योंकि ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग भी कमजोर है। .............. आर एस राणा
21 अक्तूबर 2020
स्टॉकिस्टों की सक्रियता से ग्वार गम और सीड तेज, निर्यात मांग कमजोर
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