आर एस राणा
नई दिल्ली। धान की भारी आवक और चावल मिलों की बिकवाली के कारण करनाल में चावल की कीमतों पर आज दबाव रहा। चावल की विभिन्न किस्मों की कीमतों में आज 50-100 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया। बाजार इस समय ईरान की आयात मांग का इंतजार रहा है व्यापारियों को उम्मीद है कि ईरान की आयात मांग बढ़ने पर घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में तेजी आयेगी।
हरियाणा की करनाल मंडी में आज पूसा 1,509 चावल की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आकर स्टीम चावल के भाव 4,700 रुपये से घटकर 4,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। 1,509 के सेला चावल की कीमतों में भी गिरावट आई। चावल व्यापारियों ने बताया कि पूसा 1509 धान की आवक ज्यादा हो रही है, तथा कीमतें कम होने के कारण मिलर्स मिलिंग कम रहे हैं। चावल की उपलब्धता ज्यादा होने से कीमतों में गिरावट आई है। पूसा 1121 चावल की कीमतोंं में भी करनाल में 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया है क्योंकि मिलर्स अपने पुराने स्टॉक को खाली करने की कोशिश कर रहे है। हालांकि, दिल्ली और फाजिल्का (पंजाब) में चावल की कीमतें स्थिर बनी रही।
व्यापारियों के अनुसार, बाजार को ईरान की आयात मांग का बेसब्री से इंतजार है। अगर ईरान की भारतीय चावल में मांग बढ़ती है तो तो चावल की कीमतें 500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी जल्द बन सकती है। हाल ही में, एपीडा ने वेबिनार के माध्यम से निर्यात पर ईरानी अधिकारियों के साथ चर्चा की है। भारत और ईरान के अधिकारियों के बीच आधिकारिक वार्ता के बाद, व्यापारियों और निर्यातकों को चावल के निर्यात सौदों में तेजी आने की उम्मीद है।... आर एस राणा
16 अक्तूबर 2020
बासमती चावल की कीमतों में 100 रुपये का मंदा, मिलों के पास बकाया स्टॉक ज्यादा
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