आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) ने पिछले एक सप्ताह से बिनौला के बिक्री भाव में कटौती को रोक दिया, लेकिन हाजिर बाजार में अभी घबराहट बनी हुई है, जिस कारण मांग नहीं बढ़ पा रही है। व्यापारियों के अनुसार सीसीआई ने बुधवार को उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बिनौले का बिक्री 2,700 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की तथा इन भाव में बिक्री भी बढ़ी है।
व्यापारियों के अनुसार सीसीआई ने बिनौला के बिक्री भाव में आज कटौती तो नहीं की, लेकिन यार्न मिलों की घबराहटापूर्ण बिकवाली अभी भी जारी है। बिनौला कारोबारी राजकुमार जैन ने बताया कि हरियाणा में सुबह बिनौला और खल के भाव में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया, हालांकि शाम होते, होते प्राइवेट मिलों ने बिक्री बढ़ा दी। उन्होंने बताया कि बिनौला और खल की तेजी, मंदी काफी हद तक सीसीआई के बिक्री भाव पर निर्भर करेगी। चालू सीजन में सीसीआई कपास की खरीद ज्यादा कर रही है, जिस कारण निगम से पास बिनौले की उपलब्धता भी ज्यादा रहेगी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार सीसीआई पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से समर्थन मूल्य पर कपास की खरीद शुरू कर चुकी है तथा निगम अभी तक इन राज्यों से 2,36,748 गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद कर चुकी है जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में केवल 2,335 लाख गांठ की खरीद ही हुई थी।
हरियाणा के आदमपुर में बुधवार को बिनौले के भाव में 50 रुपये और खल के भाव में 30 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आया। आदमपुर में बिनौला के एक्स फैक्ट्री भाव बढ़कर 2,600 से 2,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गए जबकि खल के भाव 2,350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। दादरी और भिवानी में बिनौला के भाव बढ़कर 2,600 रुपये और सिरसा में 2,750 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। व्यापारियों के अनुसार इन भाव में मांग कमजोर थी। ........ आर एस राणा
21 अक्टूबर 2020
सीसीआई ने बिनौला के बिक्री भाव में कटौती रोकी, हाजिर में ग्राहकी कमजोर
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