आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) लगातार बिनौला के बिक्री भाव घटा रही है, जिससे उत्तर भारत के राज्यों में बिनौला के साथ ही खल की कीमतों में मंदा बना हुआ है। सीसीआई ने आज बिनौले के बिक्री भाव में 50 रुपये की कटौती कर हरियाणा में 2,800 रुपये और पंजाब तथा राजस्थान में भाव 2,850 रुपये प्रति क्विंटल तय किया। पिछले चार दिनों में सीसीआई बिनौला के भाव में 250 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती कर चुकी है।
हरियाणा के बिनौला कारोबारियों ने बताया कि पिछले चार दिनों में सीसीआई बिनौला के बिक्री भाव में हरियाणा में 250 रुपये और पंजाब तथा राजस्थान के बिक्री केंद्रों पर 200 रुपये प्रति क्विंटल तक घटा चुकी है। इस का असर बाजार में बिनौला और खल की कीमतों पर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्राइवेट यार्न मिलों को भी भाव घटाकर बिकवाली करनी पड़ रही है।
हरियाणा के आदमपुर में आज बिनौले के एक्ट फैक्ट्री भाव घटकर 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि खल के भाव 2,500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। बरवाला में खल के भाव घटकर 2,490 रुपये और उचाना में 2,630 रुपये प्रति क्विंटल लूज में रह गए। व्यापारियों के अनुसार घटे भाव में भी मांग नहीं बढ़ पा रही है, क्योंकि खरीददार को लग रहा है कि सीसीआई भाव में और भी कमी कर सकती है। हालांकि कपास की कीमतें उत्तर भारत में तेज बनी हुई है, जबकि बिनौले और खल के दाम घट रहे हैं, इससे मिलों को पड़ते नहीं लग रहे हैं।
राजस्थान में आज बिनौला के भाव में 100 रुपये और खल के भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया। खैरथल में आज बिनौले के एक्स फैक्ट्री भाव घटकर 2,700 से 2,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि कपास खल के भाव घटकर 2,600 से 2,675 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। जानकारों के अनुसार कीमतों में गिरावट के बाद भी पशुआहार वालों की मांग नहीं बढ़ पा रही है। .............. आर एस राणा
16 अक्तूबर 2020
सीसीआई की बिकवाली बढ़ने से बिनौला चार दिनों में 250 रुपये घटा, खल में भी मांग कमजोर
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