आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक मंडियों में गुड़ की दैनिक आवक बढ़ी है, जबकि खपत केंद्रों की मांग सीमित मात्रा में ही बनी हुई है। इसलिए गुड़ के भाव में आज दिल्ली में 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। जानकारों के अनुसार आगे दशहरे की मांग गुड़ में बढ़ेगी, इसलिए मौजूदा कीमतों में अब ज्यादा मंदा आने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली के नया बाजार में बुधावार को गुड़ चाकू के भाव घटकर 3,000 से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल और डैंया के भाव 3,200 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल प्रति क्विंटल रह गए। व्यापारियों के अनुसार खपत केंद्रों की मांग कम होने के कारण आज इनके भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया। हालांकि खुरपापाड़ गुड़ के भाव 3,000 से 3,050 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर ही बने रहे।
नया बाजार के गुड़ कारोबारियों ने बताया कि गुड़ में दशहरे तक त्योहारी मांग बनी रहेगी, इसलिए मौजूदा कीमतों में अब ज्यादा मंदा आने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि चीनी मिलों में अभी पेराई शुरू नहीं हुई है, जिस कारण किसान कोल्हू संचालकों को गन्ना बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि सर्दी बढ़ने पर गुड़ की मांग में सुधार आयेगा, साथ ही आवक भी बढ़ेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि नवंबर में आवक का दबाव पर मौजूदा कीमतों में गिरावट आयेगी।
मुजफ्फरनगर मंडी में बुधवार को गुड़ चाकू और पेड़ी के भाव में 10 से 20 रुपये प्रमि मन का मंदा आया। मंडी में गुड़ चाकू का भाव 1,280 से 1,300 रुपये प्रति मन (एक मन-40 किलो) रह गया। पेड़ी के भाव 20 रुपये घटकर 1,180 से 1,200 रुपये प्रति मन पर बोले गए। खुरपापाड़ गुड़ के भाव में कारोबार 1,040 से 1,080 रुपये प्रति मन पर हुआ। मंडी में नए गुड़ की आवक करीब 4,500 से 5,000 कट्टों की हुई जबकि सोमवार को भी आवक इतनी ही हुई थी। व्यापारियों के अनुसार केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के कारण मंंडी के बजाए कोल्हुओं से सीधा व्यापार ज्यादा हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन दिनों आमतौर पर गुड़ की आवक 20 से 25 हजार कट्टों (एक कट्टा-40 किलो) की होती थी, लेकिन अभी कुल आवक 5,000 कट्टों की ही हो रही है। .............. आर एस राणा
14 अक्तूबर 2020
दिल्ली में गुड़ के दाम 100 रुपये घटे, अब दशहरे तक ज्यादा मंदे की उम्मीद नहीं
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें