आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को एथेनॉल की कीमतों में 2.4 फीसदी से 6.2 फीसदी तक की बढ़ोतरी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। यह फैसला चीनी मिलों और गन्ना किसानों को राहत देने के लिए लिया गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान बताया कि पहली अक्टूबर 2020 से शुरू हुए पेराई सीजन 2020-21 के लिए एथेनॉल की कीमतों में 5 से 8 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। गन्ने रस सीधे बनने वाले एथेनॉल की कीमत 62.65 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है जबकि पिछले पेराई सीजन 2019-20 में इसका भाव 59.48 रुपये प्रति लीटर था। इसी तरह से बी हैवी मोलासेस से बनने वाले एथेनॉल की कीमत बढ़ाकर 57.61 रुपये और सी हैवी मोलासेस से बनने वाली एथेनॉल की कीमत 45.69 प्रति लीटर कर दी गई है। पेराई सीजन 2019-20 के लिए इनके दाम क्रमश: 54.27 रुपये और 43.75 रुपये प्रति लीटर थे।
सरकार ने एथेनाॅल की कीमतों में दो रुपये से तीन रुपये 35 पैसे प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि जिस प्रक्रिया से एथेनॉल बनेगा उसके आधार पर इसकी कीमतें तय की गयी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में देश में 38 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन किया जाता था जो पिछले साल बढ़कर 195 करोड़ लीटर हो गया था। उन्होंने बताया कि इस प्रकार से इसके उत्पादन में साढ़े पांच गुना की वृद्धि हुई है।
केंद्र सरकार ने पेट्रोल में 10 फीसदी एथेनॉल मिलाने की अनुमति दी हुई है। इससे पर्यावरण प्रदूषण कम होता है। उन्होंनें कहा कि एथेनॉल की कीमतों में की गई वृद्धि का लाभ अंतत: किसानों को मिलेगा। मालूम हो कि गन्ने का पेराई सीजन 2019-20 समाप्त हो चुका है, लेकिन गन्ना किसानों का अभी भी चीनी मिलों पर बकाया बचा हुआ है।...... आर एस राणा
29 अक्तूबर 2020
केंद्र ने एथेनॉल की कीमतों में 6.2 फीसदी तक की बढ़ोतरी, बकाया भुगतान में मदद मिलेगी
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