आर एस राणा
नई दिल्ली। पंजाब के साथ ही हरियाणा की मंडियों में बुधवार को धान की कीमतें स्थिर बनी रही। व्यापारियों के अनुसार राइस मिलों के पास चावल का पुराना स्टॉक ज्यादा है, जिस कारण मिलें धान की खरीद सीमित मात्रा में ही कर रही है। उत्पादक मंडियों में अगले महीने पूसा 1,121 धान की आवक बढ़ेगी, तथा चालू सीजन में इसका उत्पादन अनुमान कम है, ऐसे में अगले महीने चावल मिलों की धान में खरीद बढ़ने का अनुमान है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 106.88 लाख टन धान की खरीद कर चुकी है जोकि पिछले खरीफ सीजन के 84.88 लाख टन से 25.92 फीसदी ज्यादा है। कृषि मंत्रालय के अनुसार धान की एमएसपी पर खरीद सात राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही है, तथा अभी तक इन राज्यों के 9.37 लाख किसानों से धान की खरीद हुई है।
हरियाणा की करनाल मंडी में धान की कुल आवक 55 से 60 हजार बोरियों की हुई, जबकि इसमें पूसा 1,509 की आवक 8 से 9 हजार और पूसा 1,121 की आवक 1,500 से 2,000 बोरियों की हुई। मंडी में पूसा 1,509 किस्म के धान के भाव 1,800 से 1,925 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे जबकि पूसा 1,121 का व्यापार 2,400 से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ। व्यापारियों के अनुसार कीमतें नीचे होने के कारण किसान पूसा 1,509 धान की बिकवाली कम रहे हैं, जिससे इसकी आवक में कमी आई है। नवंबर में पूसा 1,121 की आवक बढ़ने पर चावल मिलों की मांग में बढ़ोतरी का अनुमान है।
पंजाब की अमरतसर मंडी में बुधवार को 1,509 धान के भाव 1,800 से 1,925 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। व्यापारियों के अनुसार मिलों के पास चावल का बकाया स्टॉक कम है, जिस कारण मिलें अभी सीमित मात्रा में ही खरीद कर रही है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में पूसा 1,509 की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है, जबकि 1,121 का उत्पादन अनुमान कम है। ऐसे में अगले महीने से चावल मिलों की खरीद धान में बढ़ेगी।..........आर एस राणा
21 अक्तूबर 2020
धान की सरकारी खरीद 106 लाख टन से ज्यादा, भाव स्थिर
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