आर एस राणा
नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने से घरेलू बाजारों में बुधवार को अरहर की कीमतों में 50 से 200 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा क्वालिटीनुसार आया। अरहर दाल में थोक और खुदरा में भी ग्राहकी कमजोर रही।
डीजीएफटी ने हाल ही में चार लाख टन अरहर के आयात की समय सीमा को 15 नवंबर 2020 से बढ़ाकर 30 दिसंबर 2020 कर दिया है, जिससे आयात ज्यादा होने का अनुमान है। इसलिए अभी कीमतों पर दबाव बना हुआ है।
बाजार सूत्रों के अनुसार, नेफेड ने आज खरीफ 2019 अरहर की नीचे दाम की निविदा को खारिज कर दिया।
मुंबई में, बर्मा-मूल की नई अरहर में हाजिर सौदों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,750 रुपये क्विंटल रह गए। जबकि आगे के सौदों नवंबर डिलीवरी के भाव में 150 रुपये का मंदा आकर भाव 6,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई में, मोजाम्बिक अरहर नई सफेद किस्म की कीमत 5,900 रुपये प्रति क्विंटल, गज्जर किस्म के भाव 5,800 रुपये और लाल के भाव 5,500 रुपये प्रति क्विंटल है। मोजाम्बिक अरहर ने आगे के व्यापार, अक्टूबर-नवंबर डिलीवरी के लिए 5,400 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बोले गए।
सूडान अरहर के भाव मुंबई में 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
मोजाम्बिक की नई अरहर फटका किस्म के भाव 9,300 रुपये प्रति क्विंटल और सावा नई किस्म के भावव 9,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
दिल्ली में हाजिर व्यापार में अरहर पुरानी के भाव में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जबकि आगे सौदें चेन्नई से नवंबर डिलीवरी के लिए व्यापार 6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर हुआ।
बर्मा आधारित स्थानीय व्यापारी के अनुसार, भारत के खरीदार की मांग अरहर में कमजोर होने से भाव में नरमी आई है। भारत के लिए लगभग 50 हजार टन अरहर के पांच वैसल 30 अक्टूबर तक रवाना होने की संभावना है। ये सभी वैसल 13 नवंबर को भारत पहुंचेंगे। 7 नवंबर को भारत आने वाला एक वैसल रद्द कर दिया गया है।
व्यापारियों के अनुसार बर्मा का दालों का बाजार 29 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2020 तक त्यौहार के कारण बंद रहेगा।
अरहर में व्यापारी हाजिर भाव में स्टॉक नहीं कर रहे हैं, तथा आगामी दिनों में अरहर की कीमतों में तेजी, मंदी सरकार द्वारा बेची जा रही अरहर की निविदा के भाव पर भी निर्भर करेगी।
इस बीच, मोज़ाम्बिक और सूडान से अरहर की नियमित आपूर्ति की सूचना मिली है।............आर एस राणा
28 अक्तूबर 2020
अरहर की कीमतों में मंदे का रुख बरकरार, नवंबर में आयात में होगी बढ़ोतरी
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