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30 अक्तूबर 2020

दिल्ली में अरहर के साथ उड़द तेज, मसूर में मंदा

आर एस राणा
नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली के नया बाजार में शुक्रवार को अरहर के साथ ही उड़द की कीमतों में सुधार आया। बर्मा की उड़द एफएक्यू का भाव बढ़कर 7,800 से 7,825 रुपये और एसक्यू का भाव 9,150 से 9,200 रुपये तथा पुरानी एसक्यू का भाव 9,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गया।
हाजिर में पुरानी अरहर की कीमतों में आज 50 रुपये की तेजी आकर दिल्ली में भाव 6,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
इसी तरह आगे के सौदों में, चेन्नई से नवंबर डिलीवरी के लिए भी व्यापार 6,250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ, इसमें भी 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। व्यापारियों के अनुसार आज ट्रेडर्स आगे के खरीद सौदों में सक्रिय दिखे।
केंद्र सरकार ने अरहर के आयात की समय सीमा को 15 नवंबर 2020 से बढ़ाकर 31 दिसंबर 2020 तक कर दिया था, जिससे बाजार में कीमतों पर दबाव था, लेकिन अब फिर मांग में सुधार आया है।
बाजार के सूत्रों के अनुसार नेफेड ने अरहर की खरीफ 2019 की निविदा को नीचे भाव की निविदा का आज खारिज कर दिया।
बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में आज भी 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। चैन्नई और मुंबई में आई तेजी का असर दिल्ली के बाजारो पर देखा गया, तथा मिलर्स हाजिर में खरीद कर रहे हैं।
आयातित उड़द की कीमतों में आई तेजी से महाराष्ट्र की उड़द के भाव दिल्ली में 100 रुपये बढ़कर 7,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मध्य प्रदेश लाईन के नेफेड की पुरानी उड़द के भाव 7,000 से 7,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
राजस्थान लाईन की नई मसूर की आवक 4 से 5 ट्रक की हुई तथा भाव 7,500 रुपये प्रति क्विंटल बोला गया, हालांकि कोई व्यापार नहीं हुआ।
दिल्ली में आज उत्तर प्रदेश लाईन की उड़द में भी कोई व्यापार नहीं हुआ।
मिलों की हाजिर मांग कम होने से मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर के भाव में दिल्ली में आज भी 25 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई।
व्यापारियों के अनुसार, आयातित मसूर की उपलब्धता ज्यादा है, साथ में मसूर दाल में ग्राहकी सीमित मात्रा में ही आ रही है। केंद्र सरकार ने 10 फीसदी के आयात शुल्क पर मसूर के आयात की अविध को बढ़ाकर 31 दिसंबर 2020 कर दिया है, जिससे कीमतों पर दबाव है।.... आर एस राणा

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