आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कारर्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) ने उत्तर भारत के राज्यों में मंगलवार को बिनौला के बिक्री भाव में 50 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की जिससे हाजिर बाजार में बिनौला के साथ ही खल की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। व्यापारियों ने अनुसार पिछले दस दिनों में हाजिर मंडियों में बिनौला और खल की कीमतों में 500 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा का मंदा आ चुका है, तथा घटे भाव में ग्राहकी नहीं आ रही है जिस कारण मिलों की घबराहटपूर्ण बिकवाली बनी हुई है।
सीसीआई ने मंगलवार को उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बिनौले का बिक्री भाव घटकर 2,700 रुपये प्रति क्विंटल तय किया, जबकि सोमवार को सीसीसआई ने इन राज्यों में 2,750 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिनौला बेचा था। व्यापारियों के अनुसार सीसीआई द्वारा लगातार कीमतों में कटौती करने से हाजिर में ग्राहकी नहीं आ रही है, जिस कारण प्राइवेट मिलों की घबराहटपूर्ण बिकवाली बनी हुई है। उन्होंनेे बताया कि सीसीआई बिनौला के भाव में पिछले दस दिनों में 350 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती कर चुकी, जबकि प्रावइेट यार्न मिलें इस दौरान भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा घटा चुकी है। उन्होंने बताया कि सीसीआई लगातार कीमतों में कम कर रही है, जिस कारण घटे भाव में भी मांग नहीं आ रही है।
हरियाणा के आदमपुर में मंगलवार को बिनौले के भाव में 100 रुपये और खल के भाव में 80 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया। आदमपुर में बिनौला के एक्स फैक्ट्री भाव घटकर 2,550 से 2,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि खल के भाव 2,320 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। दादरी और भिवानी में बिनौला के भाव घटकर 2,550 रुपये और सिरसा में 2,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
राजस्थान में आज बिनौला और खल की कीमतों में 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया। खैरथल में आज बिनौले के एक्स फैक्ट्री भाव घटकर 2,500 से 2,550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि कपास खल के भाव घटकर 2,450 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। व्यापारियों के अनुसार सीसीआई द्वारा कीमतों मेंं कटौती का असर हाजिर मांग पर पड़ रहा है, तथा घटे भाव में भी खरीददार खरीद नहीं कर रहे हैं। ..........आर एस राणा
20 अक्तूबर 2020
सीसीआई ने बिनौला के बिक्री भाव में और 50 रुपये की कटौती की, कीमतों पर दबाव
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