आर एस राणा
नई दिल्ली। भाव कम होने के कारण इस समय यूक्रेन से गेहूं का आयात ज्यादा मात्रा में हो रहा है जबकि यूक्रेन का गेहूं लाल है और इसकी क्वालिटी इतनी हल्क है कि इसको 20-30 फीसदी से ज्यादा मिलावट नहीं की जा सकती है। अगर इससे ज्यादा मिलावट की गई तो गेहंू उत्पादों की क्वालिटी प्रभावित होगी।
चालू महीने दूसरे सप्ताह 10 से 16 अक्टूबर के दौरान 90,762 टन गेहूं का आयात हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा मात्रा 74,000 टन यूक्रेन के गेहूं की है। दूसरे सप्ताह में यूक्रेन के अलावा आस्ट्रेलिया और बुलगारिया से भी गेहूं का आयात हुआ जिसका औसतन भाव 214.40 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रहा।
सूत्रों के अनुसार यूक्रेन से 74,000 टन गेहूं का आयात औसतन 191.57 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ। इसके अलावा 16,250 टन गेहूं का आयात आस्ट्रेलिया से 244.39 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ है। बुलगारिया से इस दौरान केवल 512 टन गेहूं का आयात औसतन 202.81 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ है।.......आर एस राणा
नई दिल्ली। भाव कम होने के कारण इस समय यूक्रेन से गेहूं का आयात ज्यादा मात्रा में हो रहा है जबकि यूक्रेन का गेहूं लाल है और इसकी क्वालिटी इतनी हल्क है कि इसको 20-30 फीसदी से ज्यादा मिलावट नहीं की जा सकती है। अगर इससे ज्यादा मिलावट की गई तो गेहंू उत्पादों की क्वालिटी प्रभावित होगी।
चालू महीने दूसरे सप्ताह 10 से 16 अक्टूबर के दौरान 90,762 टन गेहूं का आयात हुआ है जिसमें सबसे ज्यादा मात्रा 74,000 टन यूक्रेन के गेहूं की है। दूसरे सप्ताह में यूक्रेन के अलावा आस्ट्रेलिया और बुलगारिया से भी गेहूं का आयात हुआ जिसका औसतन भाव 214.40 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) रहा।
सूत्रों के अनुसार यूक्रेन से 74,000 टन गेहूं का आयात औसतन 191.57 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ। इसके अलावा 16,250 टन गेहूं का आयात आस्ट्रेलिया से 244.39 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ है। बुलगारिया से इस दौरान केवल 512 टन गेहूं का आयात औसतन 202.81 डॉलर प्रति टन की दर से हुआ है।.......आर एस राणा
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