कच्चा तेल 3 महीने की ऊंचाई पर चला गया है। ब्रेट में 50 डॉलर के ऊपर
कारोबार हो रहा है। ओपेक के प्रोडक्शन कटौती के अनुमान से इसकी कीमतों को
सपोर्ट मिला है। हालांकि डॉलर में रिकवरी से अब ऊपरी स्तर से हल्का दबाव भी
दिख रहा है। पिछले 1 हफ्ते के दौरान कच्चे तेल में करीब 7 फीसदी की तेजी आ
चुकी है।
इस बीच सोने पर दबाव बढ़ गया है। कॉमैक्स पर सोना 1310 डॉलर तक लुढ़क गया है। सितंबर में अमेरिकी इकोनॉमी के अच्छे आंकड़ों से सोने पर दबाव बढ़ा है। वहीं भारत में सितंबर के दौरान लगातार 9वें महीने सोने के इंपोर्ट में गिरावट आई है। इस साल के पहले 9 महीनों के दौरान देश में गोल्ड इंपोर्ट करीब 60 फीसदी गिर गया है। हालांकि कल की भारी गिरावट के बाद कॉमैक्स पर चांदी में आज करीब 0.5 फीसदी की तेजी आई है लेकिन बढ़त के बावजूद चांदी 19 डॉलर के नीचे है। कल घरेलू बाजार में चांदी भारी गिरावट के साथ 45000 रुपये के नीचे बंद हुई थी।
बेस मेटल्स की बात करें तो मांग बढ़ने के अनुमान से आज लंदन मेटल एक्सचेंज पर कॉपर में तेजी आई है। इस बीच सेबी के आदेश पर एनसीडीईएक्स ने सभी कमोडिटी में 25 फीसदी डिलिवरी पीरियड मार्जिन लगाने का फैसला किया है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में हल्की रिकवरी आई है।
इस बीच सोने पर दबाव बढ़ गया है। कॉमैक्स पर सोना 1310 डॉलर तक लुढ़क गया है। सितंबर में अमेरिकी इकोनॉमी के अच्छे आंकड़ों से सोने पर दबाव बढ़ा है। वहीं भारत में सितंबर के दौरान लगातार 9वें महीने सोने के इंपोर्ट में गिरावट आई है। इस साल के पहले 9 महीनों के दौरान देश में गोल्ड इंपोर्ट करीब 60 फीसदी गिर गया है। हालांकि कल की भारी गिरावट के बाद कॉमैक्स पर चांदी में आज करीब 0.5 फीसदी की तेजी आई है लेकिन बढ़त के बावजूद चांदी 19 डॉलर के नीचे है। कल घरेलू बाजार में चांदी भारी गिरावट के साथ 45000 रुपये के नीचे बंद हुई थी।
बेस मेटल्स की बात करें तो मांग बढ़ने के अनुमान से आज लंदन मेटल एक्सचेंज पर कॉपर में तेजी आई है। इस बीच सेबी के आदेश पर एनसीडीईएक्स ने सभी कमोडिटी में 25 फीसदी डिलिवरी पीरियड मार्जिन लगाने का फैसला किया है। आज डॉलर के मुकाबले रुपये में हल्की रिकवरी आई है।
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