धान की कीमतों में गिरावट आने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में चावल का निर्यात घटकर 6.35 लाख टन का ही हुआ है जबकि अगस्त महीने में देष से 8.33 लाख टन चावल का निर्यात हुआ था। उत्पादक मंडियों में नए धान की आवक षुरु हो गई है, इस समय 1,509 की आवक ज्यादा हो रही है जबकि 1,121 और डीपी की दैनिक आवक आगे बढ़ेगी, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। नरेला मंडी में 1,509 पूसा बासमती धान का भाव 1,950 से 2,000 रुपये, 1,121 पूसा बासमती धान का भाव 2,050 से 2,100 रुपये तथा डीपी का भाव 1,850 से 1,900 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पूसा 1,121 और डीपी धान की दैनिक आवक बढ़ेगी, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। पूसा 1,121 धान का स्टॉक भाव 1,750 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल आने पर ही करना चाहिए। नवंबर में इसकी आवक मंडियों में जोरो पर होगी। कैथल मंडी में इस समय धान की दैनिक आवक 80 हजार से 1 लाख बोरी की हो रही है तथा माल नमी युक्त आ रहे हैं। कैथल मंडी में 1,121 धान का भाव 1,900 से 1,950 रुपये, 1,509 का भाव 1,850 रुपये और डीपी का भाव 1,810 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
सितंबर महीने में चावल के कुल निर्यात में बासमती चावल की हिस्सेदारी 41.85 फीसदी और गैर-बासमती चावल की हिस्सेदारी 58.14 फीसदी रही। इस दौरान जहां 2.65 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ, वहीं गैर बासमती चावल का निर्यात 3.69 लाख टन का हुआ। अगस्त महीने में कुल 8.33 लाख टन चावल के हिनर्यात में से बासमती चावल का निर्यात जहां 1.95 लाख टन का ही हुआ था, वही गैर बासमती चावल का निर्यात 6.37 लाख टन का हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान देष से बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 17.75 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 16.78 लाख टन का हुआ था। हालांकि मूल्य के हिसाब से इस दौरान बासमती चावल के निर्यात में 5.81 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 9,368.23 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 9,945.81 करोड़ रुपये का हुआ था। माना जा रहा है कि चालू सीजन में पूसा 1,121 बासमती धान की बुवाई में 8 से 10 फीसदी की कमी आई है।
गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान 30.08 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 29.83 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से इस दौरान गैर बासमती चावल का निर्यात 5.94 फीसदी बढ़कर 7,394.67 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 6,979.80 करोड़ रुपये का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रोपाई बढ़कर 388.90 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी रोपाई 379.04 लाख हैक्टेयर में हुई थी।.............आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में चावल का निर्यात घटकर 6.35 लाख टन का ही हुआ है जबकि अगस्त महीने में देष से 8.33 लाख टन चावल का निर्यात हुआ था। उत्पादक मंडियों में नए धान की आवक षुरु हो गई है, इस समय 1,509 की आवक ज्यादा हो रही है जबकि 1,121 और डीपी की दैनिक आवक आगे बढ़ेगी, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। नरेला मंडी में 1,509 पूसा बासमती धान का भाव 1,950 से 2,000 रुपये, 1,121 पूसा बासमती धान का भाव 2,050 से 2,100 रुपये तथा डीपी का भाव 1,850 से 1,900 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पूसा 1,121 और डीपी धान की दैनिक आवक बढ़ेगी, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। पूसा 1,121 धान का स्टॉक भाव 1,750 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल आने पर ही करना चाहिए। नवंबर में इसकी आवक मंडियों में जोरो पर होगी। कैथल मंडी में इस समय धान की दैनिक आवक 80 हजार से 1 लाख बोरी की हो रही है तथा माल नमी युक्त आ रहे हैं। कैथल मंडी में 1,121 धान का भाव 1,900 से 1,950 रुपये, 1,509 का भाव 1,850 रुपये और डीपी का भाव 1,810 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
सितंबर महीने में चावल के कुल निर्यात में बासमती चावल की हिस्सेदारी 41.85 फीसदी और गैर-बासमती चावल की हिस्सेदारी 58.14 फीसदी रही। इस दौरान जहां 2.65 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ, वहीं गैर बासमती चावल का निर्यात 3.69 लाख टन का हुआ। अगस्त महीने में कुल 8.33 लाख टन चावल के हिनर्यात में से बासमती चावल का निर्यात जहां 1.95 लाख टन का ही हुआ था, वही गैर बासमती चावल का निर्यात 6.37 लाख टन का हुआ था।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान देष से बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 17.75 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 16.78 लाख टन का हुआ था। हालांकि मूल्य के हिसाब से इस दौरान बासमती चावल के निर्यात में 5.81 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 9,368.23 करोड़ रुपये का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 9,945.81 करोड़ रुपये का हुआ था। माना जा रहा है कि चालू सीजन में पूसा 1,121 बासमती धान की बुवाई में 8 से 10 फीसदी की कमी आई है।
गैर बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान 30.08 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 29.83 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से इस दौरान गैर बासमती चावल का निर्यात 5.94 फीसदी बढ़कर 7,394.67 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 6,979.80 करोड़ रुपये का हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में धान की रोपाई बढ़कर 388.90 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी रोपाई 379.04 लाख हैक्टेयर में हुई थी।.............आर एस राणा
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