आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में बारिष से खरीफ फसलों को नुकसान हुआ है। माॅनसून का सीजन हालांकि समाप्त हो चुका है लेकिन महाराष्ट्र में बारिष रुक नहीं रही है। सप्ताहभर से जारी बारिष से राज्य के मराठवाड़ा इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। इससे खरीफ फसलों जैसे सोयाबीन और कपास की तैयार फसलों को नुकसान हुआ है।
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री पांडुरंग फंुडकर ने बताया कि मराठवाडा में करीब 50 फीसदी खरीद की फसल बाढ़ में बर्बाद हो गई है। इलाके में सोयाबीन की खेती इस बार ज्यादा बोई गई थी। खासकर के लातूर, बीड, नांनदेड और उस्मानाबाद जिलों में ज्यादा नुकसान हुआ है। राज्य में बारिष से करीब 2,500 करोड़ रुपये की फसल को नुकसान की आषंका जताई जा रही है।..........आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में बारिष से खरीफ फसलों को नुकसान हुआ है। माॅनसून का सीजन हालांकि समाप्त हो चुका है लेकिन महाराष्ट्र में बारिष रुक नहीं रही है। सप्ताहभर से जारी बारिष से राज्य के मराठवाड़ा इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। इससे खरीफ फसलों जैसे सोयाबीन और कपास की तैयार फसलों को नुकसान हुआ है।
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री पांडुरंग फंुडकर ने बताया कि मराठवाडा में करीब 50 फीसदी खरीद की फसल बाढ़ में बर्बाद हो गई है। इलाके में सोयाबीन की खेती इस बार ज्यादा बोई गई थी। खासकर के लातूर, बीड, नांनदेड और उस्मानाबाद जिलों में ज्यादा नुकसान हुआ है। राज्य में बारिष से करीब 2,500 करोड़ रुपये की फसल को नुकसान की आषंका जताई जा रही है।..........आर एस राणा
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