आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय पूल में पहली अक्टूबर को गेहूं का स्टॉक घटकर 216.57 लाख टन का ही रह गया है जबकि सितंबर महीने में इसका स्टॉक 242.45 लाख टन का था। हालांकि विदेष से गेहूं का आयात बड़ी मात्रा में हो रहा है, इसलिए दक्षिण भारत की गेहूं की मांग घरेलू बाजार से कम हो गई है इसलिए भाव में तेजी आने का अनुमान नहीं है।
गेहूं का स्टॉक तय मानकों बफर स्टॉक से भी केंद्रीय पूल में कम हो गया है। केद्रीय पूल में पहली अक्टूबर को तय मानकों के हिसाब से बफर स्टॉक 205.2 लाख टन का होना चाहिए। केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के आयात षुल्क को 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर देने के बाद से आयात में भारी बढ़ोतरी हुई है।
दक्षिण भारत से गेहूं का आयात ज्यादा होने के कारण ही 15 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में खुले बाजार बिक्री योजना के तहत गेहूं का उठाव कम होकर केवल 98,000 टन की ही बिक्री हुई है जबकि इसके पहले सप्ताह में 1.07 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई थी।
केंद्रीय पूल में गेहूं के स्टॉक में आई भारी कमी का कारण रबी विपणन सीजन 2016-17 में इसकी खरीद में कमी आना माना जा रहा है। ........आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय पूल में पहली अक्टूबर को गेहूं का स्टॉक घटकर 216.57 लाख टन का ही रह गया है जबकि सितंबर महीने में इसका स्टॉक 242.45 लाख टन का था। हालांकि विदेष से गेहूं का आयात बड़ी मात्रा में हो रहा है, इसलिए दक्षिण भारत की गेहूं की मांग घरेलू बाजार से कम हो गई है इसलिए भाव में तेजी आने का अनुमान नहीं है।
गेहूं का स्टॉक तय मानकों बफर स्टॉक से भी केंद्रीय पूल में कम हो गया है। केद्रीय पूल में पहली अक्टूबर को तय मानकों के हिसाब से बफर स्टॉक 205.2 लाख टन का होना चाहिए। केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के आयात षुल्क को 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर देने के बाद से आयात में भारी बढ़ोतरी हुई है।
दक्षिण भारत से गेहूं का आयात ज्यादा होने के कारण ही 15 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में खुले बाजार बिक्री योजना के तहत गेहूं का उठाव कम होकर केवल 98,000 टन की ही बिक्री हुई है जबकि इसके पहले सप्ताह में 1.07 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई थी।
केंद्रीय पूल में गेहूं के स्टॉक में आई भारी कमी का कारण रबी विपणन सीजन 2016-17 में इसकी खरीद में कमी आना माना जा रहा है। ........आर एस राणा
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