आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई पहली नवंबर 2016 से षुरु होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार पहले राज्य की चीनी मिलों ने पेराई पहली दिसंबर 2016 से षुरु करने की योजना बनाई थी लेकिन अब मिलें पहली नवंबर से पेराई करने को तैयार हो गई है।
महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई आमतौर पर मध्य अक्टूबर से षुरु हो जाती है लेकिन चालू पेराई सीजन में राज्य में गन्ना कम होने के कारण पेराई देरी से षुरु होगी। चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन को लेकर राज्य सरकार और उद्योग का मत अलग-अलग है। जहां राज्य के केन कमिष्नर का मानना है कि नए पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 50.28 लाख टन होगा, वहीं इंडियन ष्षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) का मानना है कि चीनी का उत्पादन चालू पेराई सीजन में 62.7 लाख टन का होगा। मालूम हो कि पिछले पेराई सीजन में महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 84.3 लाख टन का हुआ था।.............आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई पहली नवंबर 2016 से षुरु होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार पहले राज्य की चीनी मिलों ने पेराई पहली दिसंबर 2016 से षुरु करने की योजना बनाई थी लेकिन अब मिलें पहली नवंबर से पेराई करने को तैयार हो गई है।
महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई आमतौर पर मध्य अक्टूबर से षुरु हो जाती है लेकिन चालू पेराई सीजन में राज्य में गन्ना कम होने के कारण पेराई देरी से षुरु होगी। चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन को लेकर राज्य सरकार और उद्योग का मत अलग-अलग है। जहां राज्य के केन कमिष्नर का मानना है कि नए पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 50.28 लाख टन होगा, वहीं इंडियन ष्षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) का मानना है कि चीनी का उत्पादन चालू पेराई सीजन में 62.7 लाख टन का होगा। मालूम हो कि पिछले पेराई सीजन में महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 84.3 लाख टन का हुआ था।.............आर एस राणा
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