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28 अक्टूबर 2016

धनतेरस, शुभ मौके पर निवेश कितना होगा फलदायी!

आज धनतेरस है और आज का निवेश शुभ माना जाता है। भारत में इस मौके पर आमतौर पर लोग सोने में निवेश करते हैं, कहीं चांदी मे निवेश का भी चलन है। लेकिन पिछले एक साल के दौरान पूरे एसेट क्लास में सोने और चांदी ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। आज के इस शुभ मौके पर निवेश कितना फलदायी होगा और निवेश कैसे करें कि आपको बेहतर रिटर्न मिले, ये जानने के लिए लेकर आए हैं हम ये खास पेशकश।

इस संवत में सोने ने निवेशकों को 17 फीसदी का रिटर्न दिया है, तो चांदी ने 22 फीसदी का रिटर्न दिया है। वहीं सेंसेक्स में 8 फीसदी और निफ्टी में 10 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। पिछले 5 साल के सोने के रुझान पर नजर डालें, तो 2012 में सोने ने 19 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है लेकिन 2013 में 5 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया था। 2014 में भी सोने से 10 फीसदी निगेटिव रिटर्न मिला है और 2015 में भी 6 फीसदी का निगेटिव मिला। हालांकि, इस साल 2016 में अब तक सोने ने 17 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।

पिछले 5 साल के चांदी के रुझान पर नजर डालें, तो 2012 में चांदी ने 15 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है लेकिन 2013 में 20 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया था। 2014 में भी चांदी से 20 फीसदी निगेटिव रिटर्न मिला है और 2015 में भी 10 फीसदी का निगेटिव मिला। हालांकि, इस साल 2016 में अब तक चांदी ने 22 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।

धनतेरस पर सोने के भाव पर एक नजर डालते हैं, 2012 में सोने का भाव 31650 रुपये प्रति ग्राम था। 2013 में सोने का भाव 29850 रुपये प्रति ग्राम था। 2014 में सोने का भाव 27500 रुपये प्रति ग्राम था। 2015 में सोने का भाव 25800 रुपये प्रति ग्राम था। इस बार, 2016 में सोने का भाव 30400 रुपये प्रति ग्राम के आसपास है। वहीं धनतेरस पर चांदी के भाव पर भी एक नजर डालते हैं, 2012 में चांदी का भाव 61000 रुपये प्रति किलो था। 2013 में चांदी का भाव 48700 रुपये प्रति किलो था। 2014 में चांदी का भाव 38800 रुपये प्रति किलो था। 2015 में चांदी का भाव 34850 रुपये प्रति किलो था। इस बार, 2016 में चांदी का भाव 42500 रुपये प्रति किलो के आसपास है।

गोल्ड ईटीएफ के ट्रेंड पर भी गौर किया जाय तो 2013-14 में इससे 2293 करोड़ रुपये की निकासी हुई, तो 2014-15 में 1475 करोड़ रुपये की निकासी की गई। 2015-16 में गोल्ड ईटीएफस से 903 करोड़ रुपये की निकासी गई है, जबकि 2016-17 में सितंबर महीने तक 539 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। देश में सोने के इंपोर्ट पर भी गौर करते हैं, इस साल जून में 23 टन सोने का इंपोर्ट हुआ है। जुलाई में 20 टन, अगस्त में 25 टन और सितंबर में 30 टन सोने का इंपोर्ट हुआ है। अक्टूबर में 60 टन सोने का अनुमान है।

दिवाली-धनतेरस पर ज्वेलरी बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2013 में 40 फीसदी की निगेटिव ग्रोथ देखने को मिली थी, लेकिन 2014 में ज्वेलरी की बिक्री में 30 फीसदी और 2015 में 15 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी। गौरतलब है कि पिछले 4 साल में पहली बार सोने और चांदी में पॉजिटिव रिटर्न देखने को मिला है। 3 साल की गिरावट के बाद सोने और चांदी में तेजी लौटी है। फिर भी इस साल सोना रिकॉर्ड स्तर से भी 8 फीसदी सस्ता ही है। अब सोने की कीमतों की आगे की चाल को लेकर अमेरिका में ब्याज दरों पर बाजार की नजर है।

अमेरिका में दरें बढ़ीं तो सोने और चांदी के भाव में गिरावट संभव है। साथ ही भारत में इंपोर्ट ड्यूटी घटी तो सोने में गिरावट देखने को मिल सकती है। इस साल सोने की मांग में करीब 50 फीसदी की कमी आई है। सोने में निवेश आप हाजिर बाजार के जरिए तो कर ही सकते हैं, लेकिन वायदा के अलावा ईटीएफ और गोल्ड बॉन्ड से भी सोने में निवेश किया जा सकता है। फिलहाल गोल्ड बॉन्ड का छठा चरण 2 नवंबर तक खुला रहेगा। गोल्ड बॉन्ड के इश्यू प्राइस पर 50 रुपये की छूट दी जा रही है। गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 2957 रुपये प्रति ग्राम है। गोल्ड बॉन्ड पर आपको 2.5 फीसदी की दर से ब्याजा मिलेगा।............स्रोत : CNBC-Awaaz

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