आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई में हुई बढ़ोतरी से इसकी पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। इसलिए आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ने पर मूंगफली के साथ ही इसके तेल की कीमतों में भी गिरावट आने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में इस समय मूंगफली का भाव 5,000 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि तेल का भाव 1,190 रुपये प्रति 10 किलो है।
चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 46.93 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 36.38 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 16.44 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 12.96 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। अन्य राज्यों में राजस्थान में बुवाई बढ़कर 6.17 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 4.13 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। तमिलनाडु में चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई 2 लाख हैक्टयेर में, महाराष्ट्र में 2.11 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेष में 2.55 लाख हैक्टेयर में और कर्नाटका में 5.23 लाख हैक्टेयर तथा आंध्रप्रदेष में 9.29 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार बढ़कर 64.98 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 53.40 लाख टन की हुई थी।
मूंगफली दाने के निर्यात में चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान इसका निर्यात बढ़कर 2,08,476 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 1,81,507 टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने के निर्यात में इस दौरान 23.75 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,819.94 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,470.67 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई में हुई बढ़ोतरी से इसकी पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। इसलिए आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ने पर मूंगफली के साथ ही इसके तेल की कीमतों में भी गिरावट आने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में इस समय मूंगफली का भाव 5,000 से 5,400 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि तेल का भाव 1,190 रुपये प्रति 10 किलो है।
चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 46.93 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 36.38 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 16.44 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 12.96 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। अन्य राज्यों में राजस्थान में बुवाई बढ़कर 6.17 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 4.13 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। तमिलनाडु में चालू खरीफ में मूंगफली की बुवाई 2 लाख हैक्टयेर में, महाराष्ट्र में 2.11 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेष में 2.55 लाख हैक्टेयर में और कर्नाटका में 5.23 लाख हैक्टेयर तथा आंध्रप्रदेष में 9.29 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार बढ़कर 64.98 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 53.40 लाख टन की हुई थी।
मूंगफली दाने के निर्यात में चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान इसका निर्यात बढ़कर 2,08,476 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 1,81,507 टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने के निर्यात में इस दौरान 23.75 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 1,819.94 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,470.67 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।............आर एस राणा
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