आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई पांच नवंबर से आरंभ हो जायेगी। राज्य के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठका में यह निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार राज्य में चीनी का उत्पादन घटकर 50 लाख टन ही होने का अनुमान लगाया गया है जबकि पिछले साल 84 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस बार राज्य में गन्ने की बुवाई 6.33 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछली बार इसकी बुवाई 9.87 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
पहले राज्य सरकार ने गन्ने की पेराई पहली दिसंबर से करने की घोषणा की थी जिसके खिलाफ चीनी कपंनियों ने राज्य सरकार पर दबाव बनाया कि दिसंबर तक गन्ने का वजन कम हो जायेगा, जिसके कारण रिकवरी में कमी आयेगी। उधर कर्नाटक में पहली नवंबर से गन्ने की पेराई होगी। ऐसे में चीनी मिलों को यह भी डर था कि अगर पेराई देरी से आरंभ की तो सीमावृति क्षेत्रों का गन्ना कर्नाटका की मिलों में चला जायेगा।......आर एस राणा
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में गन्ने की पेराई पांच नवंबर से आरंभ हो जायेगी। राज्य के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठका में यह निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार राज्य में चीनी का उत्पादन घटकर 50 लाख टन ही होने का अनुमान लगाया गया है जबकि पिछले साल 84 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस बार राज्य में गन्ने की बुवाई 6.33 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछली बार इसकी बुवाई 9.87 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
पहले राज्य सरकार ने गन्ने की पेराई पहली दिसंबर से करने की घोषणा की थी जिसके खिलाफ चीनी कपंनियों ने राज्य सरकार पर दबाव बनाया कि दिसंबर तक गन्ने का वजन कम हो जायेगा, जिसके कारण रिकवरी में कमी आयेगी। उधर कर्नाटक में पहली नवंबर से गन्ने की पेराई होगी। ऐसे में चीनी मिलों को यह भी डर था कि अगर पेराई देरी से आरंभ की तो सीमावृति क्षेत्रों का गन्ना कर्नाटका की मिलों में चला जायेगा।......आर एस राणा
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